आइआइटी दिल्ली ने स्टार्टअप को समर्थन देने के लिए किया समझौता
आइआइटी दिल्ली ने स्टार्टअप को समर्थन देने के लिए एक कंपनी के साथ किया समझौता चयनित स्टार्टअप को
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) दिल्ली के फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (एफआइटीटी) ने सोना कॉमस्टार कंपनी के साथ स्टार्टअप को समर्थन देने के लिए समझौता किया है। यह भारतीय मूल की वैश्विक ऑटोमोटिव सिस्टम और कंपोनेंट निर्माता कंपनी है। इस समझौते से नवाचार के लिए चयनित स्टार्टअप को 80 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक गतिशीलता के क्षेत्र में काम कर रहे स्टार्टअप को यह सहयोग मिलेगा।
इन स्टार्टअप को यह विकल्प दिया जाएगा कि वह अपनी बौद्धिक संपदा (इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी) यानी पेटेंट को बनाए रख सकते हैं। इसका मतलब है कि उनके द्वारा निर्मित तकनीक को वह अपने अनुसार उपयोग करते हुए काम कर सकते हैं। आइआइटी दिल्ली के अनुसार यह अपनी तरीके का पहला उद्योग द्वारा गतिशीलता के क्षेत्र में समर्थन देने की पहल की गई है। कंपनी के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर किरन देशमुख ने कहा कि इस समझौते से हम नए बौद्धिक संपदा का निर्माण कर सकेंगे और नवाचार युक्त मेक इन इंडिया के प्रोडक्ट तैयार कर सकेंगे।
वहीं आइआइटी दिल्ली के निदेशक प्रो. वी रामगोपाल राव ने कहा कि संस्थान उद्योगों के साथ मिलकर स्टार्टअप प्रोग्राम को अकादमिक गतिविधि में मजबूत करने का काम कर रहा है। जिससे हम बाजार में नई तकनीक को शामिल कर सकें।
आइआइटी दिल्ली के एफआइटीटी के एमडी डॉ. अनिल वाली ने कहा कि इस तरह के प्रयास से नवाचार को बेहतर तकनीक के साथ विकसित करने में काफी सहयोग मिलता है।