आज से खुलेगा अन्य बीमारियों के लिए जीटीबी अस्पताल का द्वार
कोरोना संक्रमण कम होने के साथ अब कोविड विशेष अस्पतालों के द्वार दूसरी बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए खुलने लगे हैं। लोक नायक के बाद गुरुवार से जीटीबी अस्पताल भी दूसरी बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए खुल जाएगा। हालांकि अभी मरीजों की संख्या सीमित रखी जाएगी।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली :
कोरोना संक्रमण कम होने के साथ अब कोविड विशेष अस्पतालों के द्वार दूसरी बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए खुलने लगे हैं। लोक नायक के बाद गुरुवार से जीटीबी अस्पताल भी दूसरी बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए खुल जाएगा। हालांकि, अभी मरीजों की संख्या सीमित रखी जाएगी। दरअसल, अभी पूरे अस्पताल में कोरोना के मरीज थे। इन सबको अब एक मातृ-शिशु स्वास्थ्य ब्लाक में स्थानांतरित किया जा रहा है। इसके बाद ओपीडी वाले भवन को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जा रहा है।
बता दें, गत वर्ष मई में कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 1500 बेड की क्षमता वाले इस अस्पताल को कोविड विशेष अस्पताल घोषित कर दिया गया था। करीब आठ महीने बाद कोरोना के मरीज कम हुए तो सरकार ने इसे शुरू करने का फैसला किया है। फिलहाल यहां कोरोना के 56 मरीज भर्ती हैं। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक गुरुवार से सीमित संख्या में दूसरे मरीजों के लिए ओपीडी शुरू हो जाएगी। हर विभाग में शारीरिक दूरी के नियमों के साथ 50 से 60 मरीज देखने की व्यवस्था की जाएगी। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर शारीरिक दूरी का पालन किया जाएगा। फिलहाल आपातकालीन विभाग को चालू नहीं किया जा रहा है। ओपीडी पूरी तरह से शुरू होने के बाद इसे चालू किया जाएगा। क्या-क्या है तैयारी -सभी कोरोना मरीजों को एमसीएच (मातृ-शिशु स्वास्थ्य) ब्लाक में स्थानांरित किया गया है।
-रजिस्ट्रेशन के लिए तीन काउंटर शुरू होंगे।
-सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 8:30 से 10:00 बजे तक ही होगा रजिस्ट्रेशन। शनिवार को आधे घंटे कम मिलेंगे।
-आपरेशन के लिए पहले आरटीपीसीआर से मरीजों की कोरोना जांच की जाएगी।
-खून की जांच सुबह 8:30 से 10:30 बजे तक की जाएगी। राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल में भी शुरू होगी ओपीडी ताहिरपुर स्थित राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल में भी दूसरी बीमारियों के इलाज के लिए जल्द ही ओपीडी शुरू हो जाएगी। अस्पताल के निदेशक डा. बीएल शेरवाल के निर्देश पर कोरोना मामलों के नोडल अधिकारी डा. अजीत जैन और डा. विकास डोगरा योजना बना रहे हैं। माना जा रहा है कि अगले हफ्ते में यहां ओपीडी शुरू हो जाएगी। लेकिन मरीजों की संख्या सीमित रखने की तैयारी है। दरअसल भीड़ बढ़ने से संक्रमण का खतरा रहेगा। इसलिए कम रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे। ताकि हर विभाग में सीमित संख्या में ही मरीज पहुंचे।