पर्यावरण स्वीकृति के साथ ग्रेटर नोएडा मेट्रो ने की अंतिम बाधा पार
नोएडा से ग्रेटर नोएडा शहर को मेट्रो से जोड़ने के लिए नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने (एनएमआरसी) उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से पर्यावरणीय स्वीकृति प्राप्त कर ली है। एनएमआरसी 2017 तक ग्रेटर नोएडा को मेट्रो सुविधा से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
नोएडा (सिद्धार्थ शाह)। नोएडा से ग्रेटर नोएडा शहर को मेट्रो से जोड़ने के लिए नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने (एनएमआरसी) उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से पर्यावरणीय स्वीकृति प्राप्त कर ली है। एनएमआरसी 2017 तक ग्रेटर नोएडा को मेट्रो सुविधा से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय ने आवश्यक कार्रवाई पूर्ण कर विभिन्न मेट्रो स्टेशन बनाने के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति दे दी। अधिकारियों ने प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों को शहर में बनाए जाने वाले मेट्रो स्टेशन के बारे में बताया। कार्य का मैप भी दिखाया एवं पर्यावरण को लेकर विस्तृत चर्चा भी हुई।
वहीं एनएमआरसी के अधिकारियों ने नोएडा स्थित प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय में पर्यावरण स्वीकृति के लिए बातचीत की। हालांकि, जानकारी मिली है कि मेट्रो लोगों की सुविधा से जुड़ा कार्य होने के कारण पर्यावरणीय स्वीकृति आवश्यक नहीं होती है। स्पेशल व्यवस्था के तहत कार्य करती है।
फिर भी कार्य को बेहतर तरीके से शुरू कर पूर्ण तक ले जाने के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति ले ली गई है। मेट्रो के कार्य के लिए डिपो बनाने की स्वीकृति प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने तत्काल दे दी है।
शुरू हुआ कार्य
ग्रेटर नोएडा में मेट्रो का कार्य भी शुरू हो गया है। नॉलेज पार्क चार डिपो से कार्य प्रारंभ हो गया है। मेट्रो सुविधा हो जाने से से दिल्ली, नोएडा, गुडगांव का सफर आसान हो जाएगा। उसके साथ ही यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों की राह आसान हो जाएगी।