दिल्ली में गिरफ्तार हुआ गैंगस्टर विकास तिवारी
जिस गैंग्स्टर की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली पुलिस अब तक इन्कार करती आ रही थी, अब उसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ढिंढोरा पीटती नजर आ रही है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि, आखिर चैबीस घंटों में ऐसा क्या हो गया कि दिल्ली पुलिस गैंगस्टर विकास तिवारी की गिरफ्तारी
नई दिल्ली। जिस गैंग्स्टर की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली पुलिस अब तक इन्कार करती आ रही थी, अब उसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ढिंढोरा पीटती नजर आ रही है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि, आखिर चैबीस घंटों में ऐसा क्या हो गया कि दिल्ली पुलिस गैंगस्टर विकास तिवारी की गिरफ्तारी का क्रेडिट बटोरने में जुटी है।
बता दें कि गैंगस्टर विकास तिवारी दो जून को हजारीबाग कोर्ट परिसर में गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव की हत्या का मुख्य आरोपी है। हजारीबाग पुलिस को विकास तिवारी के 30 जुलाई को दिल्ली में पहुंचने की सूचना मिली थी जिसके बाद हजारीबाग के एसपी ने पुलिस की एक टीम को दिल्ली भेजा और टीम ने दिल्ली पुलिस की मदद से विकास को गिरफ्तार कर लिया।
कोर्ट परिसर में हुई थी सुशील की हत्या
हजारीबाग केंद्रीय कारा में बंद गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव को दो जून को पेशी के लिए कोर्ट परिसर में लाया गया था। एडीजे द्वितीय आरके सिंह की कोर्ट में पेशी के बाद दूसरे न्यायालय में ले जाये जाने के दौरान विकास तिवारी के गुर्गो ने सुशील श्रीवास्तव पर हमला कर दिया। सुशील के साथ गयासुद्दीन खान व मो कमाल की भी मौत हो गयी थी।
कैसे पकड़ा गया विकास तिवारी
हजारीबाग एसपी को सूचना मिली थी कि विकास तिवारी 30 जुलाई को दिल्ली पहुंच रहा है। इसके बाद एसपी ने टीम का गठन कर दिल्ली भेजा, जहां कनॉट प्लेस से विकास तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया।
कौन है विकास तिवारी
विकास तिवारी, भोला पांडेय गिरोह का सरगना है। विकास भोला पांडे का भांजा है। पहले भोला पांडे और फिर किशोर पांडे की हत्या के बाद गिरोह का संचालन विकास तिवारी ही कर रहा था। विकास तिवारी रामगढ़ के पतरातू का रहनेवाला है। किशोर पांडे की हत्या सुशील श्रीवास्तव के गिरोह ने की थी। विकास तिवारी ने इस हत्याकांड का बदला लेने की धमकी दी थी।