फेसबुक पर दोस्त बन लगाया 21 लाख का चूना, तीन गिरफ्तार
द्वारका जिले की साइबर टीम और मेघालय पुलिस की संयुक्त टीम ने सोशल साइट पर दोस्ती कर ठगी करने वाले तीन आरोपितों को महावीर एंक्लेव से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों में दो नाइजीरियन युवक है। आरोपित पहले सोशल साइट पर शिकार की तलाश कर उससे दोस्ती करते थे और बाद में महंगे उपहार देने का झांसा देकर ठगी को अंजाम देते थे। आरोपित शिलांग निवासी एक महिला कारोबारी को 20.64 लाख रुपये का चपत लगाया है। पुलिस ने इनके कब्जे से दस मोबाइल फोन, पांच लैपटॉप, एटीएम कार्ड, पासबुक,
फोटो नंबर 16 यूटीएम 7
शिकंजा
-महंगे उपहार का झांसा देकर करते थे ठगी
- आरोपितों में दो नाइजीरियाई युवक भी
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : द्वारका जिले की साइबर टीम और मेघालय पुलिस की संयुक्त टीम ने सोशल साइट पर दोस्ती कर ठगी करने वाले तीन आरोपितों को महावीर एंक्लेव से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों में दो नाइजीरियाई युवक भी है। आरोपित ने शिलांग निवासी एक महिला कारोबारी से सोशल साइट पर दोस्ती की और बाद में महंगे उपहार देने का झांसा देकर 20.64 लाख रुपये की ठगी की। पुलिस ने इनके कब्जे से दस मोबाइल फोन, पांच लैपटॉप, एटीएम कार्ड, पासबुक, 8500 रुपये के अलावा अन्य सामान बरामद किए हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार नाइजीरियाई युवकों की पहचान ओसे ¨प्रस और डाइरा हबीब, जबकि तीसरे आरोपित की पहचान मेघालय निवासी मैक्सरिक के रूप में हुई। महिला कारोबारी ने शिलांग में अपनी शिकायत में बताया कि एक माह पहले फेसबुक पर उसकी दोस्ती यूके निवासी वोवेन गैलविन से हुई थी। कुछ दिनों तक बातचीत के बाद गैलविन ने उसे बताया कि वह उसके लिए पचास हजार यूएस डॉलर का उपहार भेज रहा है। उसके बाद कस्टम, इनकम टैक्स और जीएसटी अधिकारियों के नाम से उनके पास फोन आया और पार्सल देने के नाम पर उनसे अलग-अलग किश्तों में 20.64 लाख रुपये अपने खाते में मंगवा लिए। ठगा हुआ महसूस करने पर पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। शिलांग पुलिस को तकनीकी जांच में आरोपितों की लोकेशन दिल्ली के महावीर एंक्लेव में मिली। मेघालय पुलिस ने द्वारका पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद मेघालय पुलिस के इंस्पेक्टर एजे संगमा व द्वारका जिला पुलिस साइबर सेल के सब इंस्पेक्टर अर¨वद कुमार को साथ में लेकर टीम ने लोकेशन से मिली जानकारी के आधार पर तीनों आरोपितों को महावीर एंक्लेव से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन लोगों ने फेसबुक, वाट्सएप और अन्य ऑनलाइन साइट पर फर्जी अकाउंट्स बनाकर लोगों से दोस्ती करते थे। बाद में उन्हें उपहार भेजने का प्रलोभन देकर, पार्सल देने के नाम पर कस्टम और इनकम टैक्स अधिकारी बनकर उनपर दवाब बनाते थे। ऐसा कर पीड़ितों से फर्जी अकाउंट्स में रुपये डलवाते थे और एक घंटा बाद ही ये रकम को एटीएम से निकाल लेते थे।