सरकारी स्कूलों में सुविधाओं की अनदेखी
हर्षित वर्मा, पूर्वी दिल्ली सरकारी स्कूलों पर करोड़ों रुपये खर्च कर उनकी उपलब्धियां गिनाने
हर्षित वर्मा, पूर्वी दिल्ली
सरकारी स्कूलों पर करोड़ों रुपये खर्च कर उनकी उपलब्धियां गिनाने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार के स्कूलों का बुरा हाल है। यमुनापार में आज भी कई स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा, पीने के पानी की कमी व टूटी बेंच जैसी मूलभूत सुविधाओं की अनदेखी की जा रही है। बच्चे मजबूर होकर ऐसी कक्षाओं में पढ़ने को मजबूर हैं। कई बार तो बच्चे कक्षाओं में टूटी बेंच के चलते खड़े होकर पढ़ाई करते हैं। नाम न बताने की शर्त पर मंडावली स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय की एक छात्रा ने बताया कि यहां कई बार पीने का पानी तक नहीं आता है। इस वजह से प्यासा रहना पड़ता है।
छुट्टी के बाद सड़कों पर खतरे से खेलते हैं विद्यार्थी
प्रियदर्शिनी विहार के सर्वोदय कन्या-बाल विद्यालय में सैकड़ों बच्चे सुबह और शाम की पाली में पढ़ने आते हैं। सुबह छात्राओं की कक्षा लगती है, जिनका अवकाश 1 बजे होता है। मुख्य मार्ग होने के चलते यहां दिन-भर सैकड़ों वाहनों का आवागमन भी होता है। छुट्टी होने के बाद छात्राएं घर जाने के लिए रोजाना जान जोखिम में डालकर सड़क पार करती नजर आती हैं। विद्यालय की ओर से न सड़क पार कराने के लिए किसी गार्ड की मौजूदगी रहती है और न ही यातायात पुलिस की। कई बार बच्चे वाहनों से टकरा जाते हैं। अगर यहां की हालत ऐसी ही बनी रही तो किसी दिन बड़ा हदसा होने की भी आशंका है।
टूटी बेंच पर पढ़ना है मजबूरी
मंडावली स्थित सर्वोदय कन्या-बाल विद्यालय का हाल काफी बदतर है। यहां विद्यार्थियों के बैठने के लिए बनी बेंच टूटी हुई है। बच्चों को टूटी बेंच पर ही बैठना पड़ता है। कई बार तो बच्चों को खड़े होकर पढ़ाई करनी पड़ती है। टूटी बेंच के चलते बच्चों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रहा हैं, जो सरकार की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। स्कूल की कक्षा में लगाए गए ब्लैकबोर्ड भी दीवार में लगाने की स्थिति में नहीं हैं। इस वजह से ब्लैकबोर्ड को बेंच पर रखकर अध्यापक पढ़ाई कराते हैं। बच्चों ने बताया कि स्कूल में टूटी पड़ी बेंच को लेकर अध्यापक से कई बार कहा गया है, लेकिन ठीक बेंच नहीं लगाई जा रही है। इस वजह से कई बार लिखने और बैठने में दिक्कत होती है।
स्कूल के सामने ही लगा है गंदगी का ढेर
मंडावली तालाब चौक स्थित सर्वोदय कन्या-बाल विद्यालय के मुख्य गेट के सामने ही कूड़ा घर बना हुआ है। इसकी सफाई न होने से रोजाना कूड़े का ढेर बना रहता है। इससे न केवल स्कूल की छवि धूमिल होती है, बल्कि बच्चों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है। कूड़े का ढेर होने की वजह से यहां मच्छर पनपते हैं, जो डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारी को दावत देते हैं। यहां रहने वाले लोगों ने भी कई बार अधिकारियों और नेताओं से कूड़ा घर को साफ करने की मांग की है। इसके बावजूद कूड़ा बीच रोड तक फैला रहता है।