अब कोविड-19 जांच के लिए इधर-उधर भटकने की नहीं होगी जरूरत
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग लोगों की अधिक से अधिक जांच करेगा। इसके लिए जिले में जांच केंद्रों की संख्या में इजाफा किया गया है। दक्षिणी-पश्चिमी जिले में जहां 44 जांच केंद्र बनाए गए है तो वहीं पश्चिमी जिले में नए जांच केंद्र स्थापित किए गए है। जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि वह रोजाना एक हजार व उससे अधिक आरटी-पीसीआर जांच करें।
मनीषा गर्ग, पश्चिमी दिल्ली
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग लोगों की अधिक से अधिक जांच करेगा। इसके लिए जिले में जांच केंद्रों की संख्या में इजाफा किया गया है। हालांकि पहले मतदान केंद्रों पर जांच की बात सामने आ रही थी, लेकिन प्रशासन के नए फैसले के अनुसार जिले के प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। दक्षिणी-पश्चिमी जिले में अब जांच केंद्रों की संख्या बढ़ाकर जहां 44 हो गई है। जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि वह रोजाना एक हजार व उससे अधिक आरटी-पीसीआर जांच करें, जिससे मरीज सामने आए और उन्हें इलाज मुहैया कराए जा सके। जांच केंद्रों में इजाफे के साथ प्रशासन स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की दिशा में भी प्रयासरत है।
स्वास्थ्य केंद्रों में की गई व्यवस्था :
दक्षिणी-पश्चिमी जिले में अभी तक झाड़ौदा कला स्थित बीएस सलवा अस्पताल व द्वारका सेक्टर-12 स्थित बेन्सअप्स अस्पताल में ही कोविड-19 के लक्षण वाले लोगों की ही जांच के लिए सैंपल एकत्रित किए जा रहे थे। पर अब जिले के सभी 40 स्वास्थ्य केंद्रों व दोनों अस्पतालों में भी ये सुविधा उपलब्ध होगी।
जिसमें डाबड़ी दादा देव मातृ एवं शिशु चिकित्सालय व नजफगढ़ में जाफरपुरकला स्थित राव तुला राम अस्पताल शामिल है। हालांकि अभी दादा देव मातृ एवं शिशु चिकित्सालय रोजाना 15 लोगों के सैंपल एकत्रित किए जा रहे थे, लेकिन अब इस सुविधा में विस्तार होगा। कोशिश है कि रोजाना 100 या उससे अधिक सैंपल एकत्रित हो। यहां ये सुविधा मुफ्त होगी। इसके अलावा द्वारका सेक्टर-6 स्थित मनीपाल अस्पताल व द्वारका सेक्टर-3 स्थित आकाश अस्पताल में भी जांच की सुविधा है, लेकिन यहां जांच के लिए लोगों को भुगतान करना होगा। जांच केंद्रों से एकत्रित सैंपल वसंत कुंज स्थित इंस्टिट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलिअरी साइंसेस, तिलक नगर स्थित स्टार इमेजिग एंड पैथ लैब, डिफेंस कॉलोनी स्थित महाजन इमेजिग लैब व द्वारका सेक्टर-6 मनीपाल अस्पताल की लैब में सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। अधिकारियों के मुताबिक आने वाले दो से तीन दिनों के भीतर प्रशासन को 50 हजार रैपिड एंटीजन जांच किट मुहैया हो जाएगी। जिसके बाद प्रत्येक जांच केंद्र पर मेडिकल ऑफिसर की सलाह पर पहले व्यक्ति की रैपिड एंटीजन जांच किट से जांच होगी, यदि रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो व्यक्ति की आरटी-पीसीआर जांच की जाएगी। जिससे नतीजों की पुष्टि हो सके। वहीं अगर रिपोर्ट पॉजीटिव आती है तो इलाज प्रक्रिया को फौरन शुरू कर दिया जाएगा। खास बात यह है कि रैपिड एंटीजन जांच के नतीजें 15 से 30 मिनट में आ जाते है। ऐसे में जांच प्रक्रिया जल्दी शुरू हो सकेगी।
मोबाइल वैन क्षेत्र में जाकर सैंपल करेगी एकत्रित :
पश्चिमी जिले की बात करें तो यहां वेस्ट पटेल नगर स्थित द एक्सोटिका ग्रैंड, हरि नगर स्थित गोल्डन ट्यूलिप होटल, मियांवली स्थित फाबुला होटल व ईस्ट पटेल नगर स्थित होटल अम्रपाली ग्रैंड में कोविड-19 जांच के लिए सैंपल एकत्रित करने की सुविधा थी। इसके अलावा हरि नगर स्थित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल भी रोजाना 30 सैंपल एकत्रित कर रहा था। पर अब जिले के दूसरे सरकारी अस्पताल जिसमें रघुबीर नगर स्थित गुरु गोबिद सिंह अस्पताल, मोती नगर स्थित आचार्य श्री भिक्षु अस्पताल व ईस्ट पटेल नगर स्थित सरदार पटेल अस्पताल में भी जांच की सुविधा होगी। इसके अलावा कुछ पॉलीक्लीनिक रैपिड एंटीजन जांच की व्यवस्था होगी। प्रशासन ने दो मोबाइल वैन की भी व्यवस्था की है, जो कंटेनमेंट के बाहर संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों के सैंपल एकत्रित करेगी। ये सैंपल जांच के लिए आठ लैबों में भेजे जाते है। दिल्ली छावनी परिषद की बात करें तो यहां छावनी अस्पताल की मोबाइल वैन कंटेनमेंट जोन में जाकर लोगों की रैपिड एंटीजन किट से जांच करेगी। इसके लिए अस्पताल के पैथोलॉजिस्ट को विशेष ट्रेनिग दी गई है। जहां तक आरटी-पीसीआर की बात है, उसके लिए अस्पताल परिसर में सैंपल एकत्रित किए जा रहे है। आंकड़ों की माने तो यहां रोजाना 30 से 40 सैंपल एकत्रित किए जा रहे है, जिसे आने वाले दिनों में बढ़ाकर 100 तक ले जाने की कोशिश है।