बरगद का पेड़ लगाकर पर्यावरण मंत्री ने शुरू किया पौधारोपण महाअभियान
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को यमुना बैंक के पास आइटीओ नर्सरी में बरगद का पेड़ लगाकर पौधे लगाओ पर्यावरण बचाओ महामहाअभियान की शुरुआत की।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली :
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को यमुना बैंक के पास आइटीओ नर्सरी में बरगद का पेड़ लगाकर 'पौधे लगाओ, पर्यावरण बचाओ' महामहाअभियान की शुरुआत की। इस दौरान वन विभाग समेत अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहे।
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से मिले 15 लाख के लक्ष्य की जगह दोगुना (31 लाख) पौधे लगाने का फैसला लिया है। महामहाअभियान के तहत 26 जुलाई तक वन महोत्सव पखवाड़ा मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि महाअभियान में लगभग 20 लाख बड़े पौधे लगाए जाएंगे और करीब 11 लाख छोटी-छोटी झाड़ियां, छोटे पौधे और औषधीय पौधे मसलन, आम, अर्जुन, कड़ी पत्ता, सहजन, गिलोय, तुलसी, एलोवेरा, अमरूद, चंपा, मोतिया, रात की रानी, नीम, जामुन इत्यादि लगाए जाएंगे। दिल्ली का कोई भी नागरिक वन विभाग की 14 नर्सरियों से निशुल्क पौधे प्राप्त कर पर्यावरण बचाने में अपना योगदान दे सकता है।
गोपाल राय ने कहा कि शुक्रवार से दिल्ली के अंदर इस साल के लिए 31 लाख पौधे लगाने के लक्ष्य की शुरुआत हो गई है। 26 जुलाई तक यह महाअभियान सघन रूप से चलेगा और उसके बाद अलग-अलग हिस्सों में इसे जारी रखा जाएगा। आइटीओ नर्सरी में सात एकड़ भूमि पर होगा पौधरोपण
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि महाअभियान के तहत दिल्ली के अलग-अलग मंत्री अलग-अलग जिलों में इसका नेतृत्व करेंगे। आइटीओ नर्सरी में पौधारोपण की शुरुआत की गई है। यहां पर लगभग 7 एकड़ भूमि पर पौधारोपण किया जाएगा। इसी तरह, दिल्ली के कई हिस्सों में भी पौधारोपण किया जाएगा। ये करेंगे महाअभियान का नेतृत्व
तारीख मंत्री का नाम
13 जुलाई उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
15 जुलाई परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत और कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम
20 जुलाई कैबिनेट मंत्री इमरान हुसैन
22 जुलाई कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन
24 जुलाई विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल
26 जुलाई दिल्ली के सभी 70 विधायक हर साल आता है पराली का संकट
गोपाल राय ने कहा कि पौधारोपण के साथ-साथ पर्यावरण बचाने के लिए और भी जो उपाय हैं, उस पर सरकार अपना काम करेगी। सभी विभाग कोरोना से पहले पर्यावरण व प्रदूषण की स्थिति और कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन के दौरान पर्यावरण व प्रदूषण की स्थिति और उसके बाद की स्थितियों पर भी अध्ययन कर रही है। जिसके आधार पर सरकार आगे काम करेगी। साथ ही साथ, पर्यावरण को लेकर कमेटियां हैं, हम उन कमेटियों के साथ मिल कर और पड़ोसी राज्यों के साथ संपर्क करके भी काम करेंगे। हर साल पराली का संकट आता है, उसके लिए भी जल्द ही पहल शुरू करेंगे, ताकि आगामी दिनों में, खासकर जाड़े के मौसम में जो संकट आता है, पहले से उसकी तैयारी करके उसके समाधान की तरफ बढ़ा जा सके। पर्यावरण मंत्री ने सभी विभागों का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस कोरोना संकट के दौरान भी पर्यावरण, वन और प्रकृति को लेकर हमारी प्रतिबद्धता है।
बरगद के वृक्ष के हैं अनोखे फायदे
बरगद का वृक्ष अकाल के समय भी जीवित रहता है। मनुष्य बरगद के पेड़ के फल खाते हैं तो जानवर इसके पत्ते खाते हैं। यह वेनगैलेंसिस प्रजाति का पेड़ होता है। इसकी छाया सीधे मन पर असर डालती है और मन को शात बनाये रखती है। इसकी छाल, बीज, दूध का उपयोग कर कफ, वात, पित्त दोष को ठीक किया जा सकता है। नाक, कान या बालों की समस्या में भी फायदा मिलता है।