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नौ वर्ष बाद भी मूर्त रूप नहीं ले सका कड़कड़डूमा जोन कार्यालय

सिविक सेंटर की तर्ज पर बनाया जाने पूर्वी निगम का कड़कड़डूमा जोनल कार्यालय अभी तक मूर्त रूप नहीं ले सका है। लंबी प्रक्रिया के बाद दो साल पहले इसका टेंडर हुआ था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Feb 2019 10:49 PM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2019 10:49 PM (IST)
नौ वर्ष बाद भी मूर्त रूप नहीं ले सका कड़कड़डूमा जोन कार्यालय
नौ वर्ष बाद भी मूर्त रूप नहीं ले सका कड़कड़डूमा जोन कार्यालय

सुधीर कुमार, पूर्वी दिल्ली : सिविक सेंटर की तज पर बनाया जाने पूर्वी निगम का कड़कड़डूमा जोनल कार्यालय अब तक मूर्त रूप नहीं ले सका है। लंबी प्रक्रिया के बाद दो साल पहले इसका टेंडर हुआ था। इस हिसाब से यहां काफी काम हो जाना चाहिए था, लेकिन अभी काम आरंभिक चरण में ही है। अभी बेसमेंट का काम पूरा नहीं हो सका है, जिससे लगता है कि एक साल बाद भी भवन बनकर तैयार नहीं होगा।

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पूर्वी दिल्ली नगर निगम के शाहदरा दक्षिणी जोन का कार्यालय कड़कड़डूमा क्षेत्र में है। वर्तमान भवन से जोन की जरूरतें पूरी नहीं हो रही हैं, इस कारण कई जोनल कार्यालय अलग-अलग जगहों पर हैं। इस कारण लोगों को भारी दिक्कत होती है। दिल्ली नगर निगम के बंटवारे के बाद वर्ष 2012 में जब पूर्वी दिल्ली नगर निगम अस्तित्व में आया था, तब बड़े जोन कार्यालय की जरूरत महसूस की गई। 2012 में ही निगम ने इसकी कार्ययोजना तैयार कर ली और 23 अक्टूबर 2012 को स्थायी समिति ने प्रशासनिक अनुमति के साथ 87 करोड़ रुपये के व्यय की मंजूरी दे दी। जिससे 2013 में चार बार टेंडर निकाला गया, लेकिन तकनीकी कारणों से किसी को टेंडर नहीं दिया गया। इस भवन को बनाने के लिए पूर्वी निगम ने 20 करोड़ का लोन भी 2014 में ले लिया, लेकिन काम शुरू नहीं हो पाया। मामले में कई पेंच सामने आते रहे, जिससे इसकी लागत भी बढ़ गई। दो साल तक इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। 2016 में फिर टेंडर डाला गया। देरी होने के कारण इसकी लागत में वृद्धि हो गई। अप्रैल 2017 में टेंडर एक कंपनी को दिया गया, लेकिन कुछ आइटमों की दरों में अंतर हुआ, इस कारण कार्य आदेश देने में समय लग गया। अक्टूबर 2017 में कार्य आदेश दिया गया। इसके बाद कंपनी ने काम शुरू कर दिया। कार्य समाप्त करने की अवधि दो वर्ष तय की गई, लेकिन कार्य आदेश के सवा साल बीत जाने के बाद भी अभी बेसमेंट का काम भी पूरा नहीं हो सका है। जिस रफ्तार से यहां काम हो रहा है उससे लग रहा है कि इसे पूरा होने में दो वर्ष और लग जाएंगे। दो खंड में बनना है कार्यालय

एक खंड दो बेसमेंट, एक भूतल और 11 मंजिल बनेंगे। इसमें शासकीय कार्यालय, खुदरा दुकानें, सहकारी भंडार, स्वास्थ्य केंद्र, कैंटीन, पोस्ट ऑफिस और बैंक के अलावा सार्वजनिक कंपनियों के कार्यालय भी बनेंगे। इससे निगम को आमदनी होगी। दूसरे खंड में दो बेसमेंट, भूतल और पांच मंजिलें बनेंगी। कोट

वर्तमान कार्यालय परिसर में कई पेड़ थे, उन्हें काटने की अनुमति मिलने में विलंब हुआ। टेंडर अक्टूबर 2017 में हुआ था, लेकिन दिल्ली सरकार के वन विभाग ने पेड़ों को काटने की अनुमति जून 2018 में दी। इस वजह से यहां कोई काम नहीं हो सका। जुलाई 2018 से काम शुरू हुआ, बीच में प्रदूषण को देखते हुए एनजीटी ने रोक लगाई थी, इस वजह से भी कुछ देरी हुई। अब यहां काम तेजी से शुरू हो गया है, जिससे अक्टूबर 2020 तक यह भवन बनकर तैयार हो जाएगा।

कंचन महेश्वरी, चेयर पर्सन, शाहदरा दक्षिणी जोन


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