अशोक सिंहल की सांसों की डोर के साथ टूट गया सपना
विश्व हिंदू परिषद के धुरंधर नेता के निधन के साथ उनका राम मंदिर निर्माण का सपना भी धरा रह गया। पिछले दिनों विश्व हिन्दू परिषद के एक वरिष्ठ नेता ने मांग की था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रमुख हिंदुत्व नेता अशोक सिंघल के 90वें जन्मदिन पर अयोध्या में राम
नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद के धुरंधर नेता के निधन के साथ उनका राम मंदिर निर्माण का सपना भी धरा रह गया। पिछले दिनों विश्व हिन्दू परिषद के एक वरिष्ठ नेता ने मांग की था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रमुख हिंदुत्व नेता अशोक सिंघल के 90वें जन्मदिन पर अयोध्या में राम मंदिर का ‘तोहफा’ देना चाहिए।
जिस कार्यक्रम में विहिप के पूर्व अध्यक्ष विष्णुहरि डालमिया ने यह मांग की थी, उस समय आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत एवं गृह मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई केंद्रीय मंत्री मौजूद थे। उन्होंने विहिप संरक्षक अशोक सिंहल के जीवन पर लिखी एक पुस्तक को जारी किए जाने के अवसर पर यह बात कही थी।
सिंघल ने उस राम जन्मभूमि आंदोलन में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी, जिसके बाद हिंदू कार्यकर्ताओं द्वारा 1992 में बाबरी मस्जिद को ढहाया गया। दक्षिणपंथी संगठनों की विवादित स्थल पर राममंदिर के निर्माण की पुरानी मांग रही है।