Move to Jagran APP

दिल्ली में बने गुरु तेग बहादुर जी का स्मारक: जीके

जग आसरा गुरु ओट (जागो) के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सिखों से जुड़े मामलों को हल करने के लिए मांग पत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि धार्मिक आजादी के लिए शहीद होने वाले गुरु तेग बहादुर साहिब का 400वां प्रकाश दिवस अगले वर्ष मनाया जाएगा जिसके लिए केंद्र सरकार ने एक समिति भी गठित की है। गुरु तेग बहादुर जी ने मुगल बादशाह औरंगजेब द्वारा किए जा रहें धर्मांतरण के खिलाफ आवाज बुलंद करके अपनी शहादत दी थी। उनकी चौथी शताब्दी के अवसर पर सरकार को इंडिया गेट या लाल किला मैदान में धार्मिक आजादी स्मारक बनाने की सलाह दी गई है जिससे कि धर्मांतरण के जरिये दूसरों पर अपना धर्म थोपने वालों के बारे दुनिया को पता चल सके।

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Nov 2020 07:44 PM (IST)Updated: Tue, 03 Nov 2020 07:44 PM (IST)
दिल्ली में बने गुरु तेग बहादुर जी का स्मारक: जीके
दिल्ली में बने गुरु तेग बहादुर जी का स्मारक: जीके

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली

prime article banner

जग आसरा गुरु ओट (जागो) के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सिखों से जुड़े मामलों को हल करने के लिए मांग पत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि धार्मिक आजादी के लिए शहीद होने वाले गुरु तेग बहादुर साहिब का 400वां प्रकाश दिवस अगले वर्ष मनाया जाएगा, जिसके लिए केंद्र सरकार ने एक समिति भी गठित की है। गुरु तेग बहादुर जी ने मुगल बादशाह औरंगजेब द्वारा किए जा रहे धर्मातरण के खिलाफ बलिदान दिया था। उनकी चौथी शताब्दी के अवसर पर सरकार को इंडिया गेट या लाल किला मैदान में धार्मिक आजादी स्मारक बनाने की सलाह दी गई है, जिससे कि धर्मातरण के जरिये दूसरों पर अपना धर्म थोपने वालों के बारे दुनिया को पता चल सके।

उन्होंने कोरोना महामारी के कारण बंद किए गए करतारपुर कॉरिडोर को भी तुरंत खोलने की मांग की, जिससे कि गुरु नानक साहिब के 551वें प्रकाश पर्व पर संगत दर्शन कर सकें। पंजाब विश्वविद्यालय में सीनेट चुनाव बहाल करने, हरिद्वार स्थित गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी साहिब तथा सिक्कम के गुरुद्वारा डांगमार साहिब को सिखों को सौंपने, जम्मू कश्मीर में पंजाबी को दूसरी भाषा की मान्यता देने व आजादी के समय पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से उजड़कर आने वाले सिखों को कश्मीरी पंडितों की तरह सुविधाएं देने की मांग की।

उन्होंने कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगे में इंसाफ की लड़ाई में मोदी सरकार ने बहुत सहयोग दिया हैं, लेकिन कांग्रेस नेता कमलनाथ तथा जगदीश टाइटलर के खिलाफ केंद्र सरकार की विशेष जांच दल (एसआइआटी) तथा सीबीआइ ढिलाई बरत रही है।

उन्होंने कहा कि पंजाब में किसान लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल खरीदने की प्रक्रिया को सुनिश्चित करके किसानों को राहत दी जानी चाहिए। प्रधानमंत्री को किसानों के साथ सीधी बात करनी चाहिए, जिससे कि इस मुद्दे पर कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल (शिअद बादल) तथा आम आदमी पार्टी (आप) किसानों के नाम पर सियासत नहीं कर सकें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.