पाकिस्तान में चक्रवात आने से बढ़ गया दिल्ली का पारा
मौसम विभाग के अनुसार पाकिस्तान में चक्रवाती हवाओं के कारण शनिवार को राजस्थान व हरियाणा में आंशिक रूप से बादल देखने को मिली जबकि इसके प्रभाव दिल्ली में जारी ठंड को प्रभावित करता नजर आया।
नई दिल्ली। मौसम विभाग के अनुसार पाकिस्तान में चक्रवाती हवाओं के कारण शनिवार को राजस्थान व हरियाणा में आंशिक रूप से बादल देखने को मिली जबकि इसके प्रभाव दिल्ली में जारी ठंड को प्रभावित करता नजर आया।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आगामी 29 दिसंबर तक इस चक्रवाती क्षेत्र के प्रभाव से उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलते बढऩे वाली ठंड का प्रभाव कम रहेगा और इस दौरान तापमान सामान्य से एक-दो डिग्री सेल्सियस अधिक भी दर्ज होने की संभावना है।
दिल्ली में आगामी 29 दिसंबर तक अधिकतम व न्यूतनम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस का इजाफा संभव है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते मध्य पाकिस्तान में विकसित हुए चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के परिणामस्वरूप एकाएक मौसम में आए इस बदलाव के कारण शनिवार को ही अधिकतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी दर्ज हुई।
हालांकि न्यूनतम तापमान शनिवार को भी सामान्य से दो डिग्री कम 5.5 डिग्री सेल्सियस ही दर्ज हुआ। जहां तक प्रदूषण की बात है तो लगातार जारी अवकाश के चलते सड़कों पर घटी वाहनों की संख्या और हवाओं के साथ-साथ खिली धूप के प्रभाव से शनिवार को प्रदूषण के स्तर में भी गिरावट देखने को मिली।
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 21.5 और न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। बीते पांच सालों से तुलना करें तो इस साल 26 दिसंबर को दर्ज 21.5 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान सबसे अधिक रहा। हालांकि खिली धूप का लोगों ने घर से बाहर निकलकर खूब आनंद लिया। विशेषज्ञों की माने तो अगले दो -तीन दिनों मेें भी धूप ऐसी ही राहत देगी हालांकि सुबह शाम हल्के कोहरे व धुंध का असर दिल्ली के कुछ इलाकों में नजर आ सकता है।
मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंस के प्रोजेक्ट सफर के अनुसार शनिवार को प्रदूषण के स्तर में गिरावट देखने को मिली हालांकि अभी भी ये निर्धारित मानक से करीब ढ़ाई गुना अधिक है। पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 शनिवार को 140.8 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर और पीएम 10 का स्तर 230.7 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर दर्ज हुआ।
सेंटर फोर साइंस एंड एन्वायरमेंट के वैज्ञानिक विवेक चट्टोपाध्याय का कहना है कि चूंकि लगातार छुट्टियों के चलते सड़कों पर वाहनों की संख्या कम हुई है और हवा की रफ्तार भी अच्छी है इसलिए प्रदूषण के स्तर में गिरावट दिख रही है लेकिन ये स्थिति लगातार नहीं रहने वाली है इसलिए प्रदूषण से निबटने के लिए सरकार को अन्य उपायों को तवज्जो देनी होगी।
26 दिसंबर को पिछले पांच वर्ष का तापमान डिग्री सेल्सियस में-
वर्ष अधि न्यू.
2010 19 7
2011 20 3
2012 16 8
2013 20 6
2014 16 6