वर्चुअल दुनिया में छिड़ा चुवाव प्रचार का संग्राम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुनावी रैली के बाद दिल्ली के सियासी गलियारे में जो बवंडर उठा वो चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में वर्चुअल दुनिया में संग्राम के रूप में दिखा। अनियमित कालोनी हो या फिर दिल्ली के सरकारी स्कूल विभिन्न मसलों पर भाजपा और आम आदमी पार्टी के नेता एवं समर्थक एक दूसरे से दो दो हाथ करते रहे। देश की शान है मोदी सबसे
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुनावी रैली के बाद दिल्ली के सियासी गलियारे में उठे चुनाव प्रचार के बवंडर का संग्राम वर्चुअल दुनिया में तेजी से चल रहा है। अनियमित कॉलोनी हो या फिर दिल्ली के सरकारी स्कूल, विभिन्न मसलों पर भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता एक दूसरे पर ट्वीटर और अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से हमला बोल रहे हैं औक चुनाव प्रचार कर रहे हैं। इन दिनों सोशल मीडिया में देश की शान हैं मोदी, सबसे बड़ा झूठा मोदी, आइ स्टैंड विद गौतम गंभीर, आइ स्टैंड विद आतिशी सरीखे हैशटैग दिन भर टिवटर ट्रेंडिग में बने हुए हैं। कच्ची कॉलोनियों पर पक्की सियासत
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक ट्वीट मे कहा कि कि दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले बीजेपी समर्थक भी मुझसे कहते हैं कि घर टूटने का खतरा सिर्फ बीजेपी से है। मैं उनको यकीन दिलाता हूँ, कि आम आदमी पार्टी के रहते कोई उनके घरों को छू भी नहीं सकता। इस पर केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने ट्वीट कर तंज कसा कि सबसे पहले तो इन कॉलोनियों को कच्ची नहीं, बल्कि अनाधिकृत कॉलोनियां कहते हैं। यह पक्की कॉलोनियां हैं, जिन्हें आप ने नियमित नहीं किया। इनके लेआउट प्लान और बाउंड्री तय करने का जिम्मा आपका था जो आपने किया नहीं और इन कॉलोनियों को तोड़ने का आरोप भी झूठा है।
वहीं दिल्ली सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने ट्वीट किया कि 2014 में मोदी लहर के कुछ महीनों के भीतर ही दिल्ली की जनता ने भाजपा को नकार दिया और आम आदमी पार्टी को प्रचंड बहुमत के साथ ऐतिहासिक जीत दिलाई। मतलब साफ था, दिल्ली की जनता अब जुमला सुनकर ऊब चुकी है, लेकिन आप ठान चुके थे न काम करूंगा न करने दूंगा। इस पर भाजपा के पूर्व प्रदेश महामंत्री आशीष सूद ने तंज कसते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पांच साल के कार्यकाल में एक भी कॉलोनी को अधिकृत करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास क्यों नहीं भेजा? कॉलोनियों की सीमाएं तय करने और ऐरियल सर्वे करके जो रिपोर्ट उन्हें सरकार को सौंपनी थी, वह काम भी उन्होंने नहीं किया। आतिशी मसले पर ट्वीट वार
अक्षय मराठे ने ट्वीट किया कि यदि आपके अंदर हिम्मत है तो यह पंपलेट पढि़ए। यह गौतम गंभीर, भाजपा द्वारा वितरित किया जा रहा है। इस पर आयुष गुप्ता चौकीदार ने ट्वीट किया कि अक्षय, मैंने तुम्हें कल देखा था जब तुम ये पंपलेट मेरे क्षेत्र यानी विवेक विहार में बांट रहे थे। परितोष ने भी कहा कि आम आदमी पार्टी ने यह पंपलेट बांटा। आतिशी को पुलिस में शिकायत दर्ज करानी चाहिए थी न कि मीडिया में जाकर प्रेस कांफ्रेस करनी चाहिए थी। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शाजिया इल्मी ने भी ट्वीट किया कि पूरी तरह से, वह चुनाव बुरी तरह हार रही हैं। इसलिए वो आखिरी वक्त में डर्टी ट्रिक आजमा रही हैं, लेकिन यह इस समय नहीं चलेगा। स्कूलों की हालत पर रार
दिल्ली सरकार में उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने एक स्कूल की तस्वीरों को ट्वीट करते हुए लिखा-यहां 95 फीसद छात्रों ने प्राइवेट स्कूलों से आकर दाखिला लिया है। इस पर बीजेपी नेता अश्विनी उपाध्याय ने जवाब देते हुए रीट्वीट किया-सर जी, दिल्ली सरकार के अधीन पांच ऐसे सरकारी स्कूलों का नाम बताइये जहां आम आदमी पार्टी के विधायकों और मंत्रियों के बच्चे पढ़ते हैं। यदि दिल्ली के स्कूलों की हालत सुधर गई है तो मनीष सिसोदिया के बच्चे प्राइवेट स्कूल में क्यों पढ़ते हैं? आप एक कानून बनाकर दिल्ली के विधायकों और सरकारी कर्मचारियों के लिए सरकारी स्कूल में पढ़ाने और सरकारी हॉस्पिटल में इलाज कराने को अनिवार्य क्यों नहीं कर देते हैं?
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