अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का गुर्गा अनवर ठाकुर गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कुख्यात बदमाश अनवर ठाकुर को गिरफ्तार किया है। दिल्ली 6 और सीलमपुर में इसका आतंक रहा है। यह बहुत पुराना बदमाश है। सुपारी लेकर हत्या करने रंगदारी वसूलने और फिरौती के लिए अपहरण करना इसका मुख्य धंधा है। सदर बाजार में पुलिस के मुखबिर की हत्या कर देने के मामले में इसे उम्र कैद की सजा मिली हुई है। तिहाड़ जेल में बंद सजायाफ्ता अनवर पैरोल पर बाहर आया था और फिर से किसी आपराधिक वारदात करने की सा•ाशि रच रहा था। वारदात को अंजाम देने से पहले क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे चांद बाग इलाके से गिरफ्तार कर लिया। एडिशनल पुलिस कमिश्नर बीके सिंह के मुताबिक अनवर ठाकुर मूल रूप से मेरठ उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। लेकिन अपराध करने के लिए इसने अपना बेस दिल्ली 6 को बना रखा है। दिल्ली में इसके खिलाफ 2 दर्जन से ज्यादा
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गे अनवर ठाकुर को चांद बाग से गिरफ्तार किया है। राजधानी में वह डॉन के इशारे पर हत्या और रंगदारी वसूली की वारदात को अंजाम देता था। हालांकि, फिलहाल वह पुलिस के एक मुखबिर की हत्या के मामले में पैरोल पर तिहाड़ से रिहा हुआ था। इसके बाद वह फिर से बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा था। इसी बीच क्राइम ब्रांच ने उसे दबोच लिया। उसके पास ब्राजील की बनी पिस्टल व दस कारतूस बरामद किए गए। पिस्टल की कीमत करीब 22 लाख रुपये बताई जा रही है।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर बीके सिंह के मुताबिक अनवर ठाकुर मूल रूप से मेरठ, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। लेकिन अपराध करने के लिए उसने अपना ठिकाना दिल्ली 6 को बना रखा है। दिल्ली में उसके खिलाफ 2 दर्जन से ज्यादा संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, हत्या के प्रयास, फिरौती के लिए अपहरण करने, धमकी देकर रंगदारी वसूलने आदि मामले शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक अनवर के तार अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े हुए हैं। उसी के इशारे पर वह अपने गिरोह के सदस्यों से दिल्ली में रंगदारी व हत्या की वारदात को अंजाम देता है। उसका छोटा भाई राजा ठाकुर भी कुख्यात बदमाश है। तस्लीम के साथ मिलकर अनवर दिल्ली में आपराधिक वारदात करता था। 1992 में सदर बाजार इलाके में अनवर ने पुलिस के मुखबिर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। यह मामला सुर्खियों में रहा था। अनवर को शक था कि वह उसकी मुखबिरी करता था। हत्या के इस मामले में अनवर को उम्र कैद की सजा मिली थी। इसमें वह तिहाड़ जेल में बंद था। 17 मार्च को उसे पैरोल मिली थी और 15 जुलाई को समर्पण करना था। लेकिन, वह पिस्टल खरीदकर फिर से किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए साजिश रच रहा था। शुक्रवार को एसीपी उदय वीर सिंह को सूचना मिली कि अनवर चांद बाग में आया हुआ है। पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया।