पराली से अधिक धूल बढ़ा रही प्रदूषण
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : गर्मियों में प्रदूषण बढ़ने की वजह पराली से अधिक धूल है। यदि दिल्ली उड रह
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : गर्मियों में प्रदूषण बढ़ने की वजह पराली से अधिक धूल है। यदि दिल्ली उड रही धूल को नियंत्रित कर ले तो 40 फीसद तक प्रदूषण कम हो सकता है। गत कुछ माह से सड़कों व संवेदनशील जगहों पर पानी का छिड़काव बिल्कुल बंद कर दिया गया है, जबकि गर्मियों में प्रदूषण को कम करने के लिए इस छिड़काव की सबसे अधिक जरूरत होती है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने पिछले दो दिनों से दिल्ली एनसीआर में बढ़े प्रदूषण की यही वजह बताई है।
सीपीसीबी ने शुक्रवार को दिल्ली के बढ़े प्रदूषण पर ही एनसीआर के सदस्य राज्यों हरियाणा, उत्तर प्रदेश व राजस्थान के प्रदूषण नियंत्रण बोर्डो के अधिकारी तलब किए। बैठक में पराली जलाने की घटनाओं, इन्हें रोकने के लिए किए जा रहे उपायों और अधिक सख्ती करने पर विस्तार से चर्चा हुई।
सीपीसीबी के मुताबिक, पराली का असर निश्चित तौर पर प्रदूषण बढ़ा रहा है। हालांकि, इस समय सिर्फ पराली वजह नहीं है। गर्मी जल्दी शुरू होने और सर्दियों में बारिश की कमी से मिट्टी में नमी नहीं है। ऐसे में तेज हवा के साथ मिट्टी के कण काफी दूर तक हवा में बने हुए हैं। इसकी वजह से ही प्रदूषण बढ़ रहा है। प्रदूषण बढ़ाने वाले तत्वों में भी पीएम 10 मुख्य स्रोत है, जबकि पीएम 2.5 का स्तर ज्यादातर जगहों पर सामान्य से कुछ अधिक है।
इसके अलावा खुले में कचरा जलाने, को रोकने के लिए भी दिल्ली-एनसीआर में ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। इस वजह से भी प्रदूषण बढ़ रहा है। पहले जहा कॉल सेंटर पर प्रतिदिन 15 से 20 शिकायतें आ रही थीं, वहीं अब 35 से 40 आने लगी हैं। बैठक में बताया गया कि धूल को कम करने के लिए सीपीसीबी 25 जगहों पर निर्माण संबंधी गतिविधियां बंद करवा चुका है। इसमें पीडब्ल्यूडी, डीएमआरसी, बीएसईएस, एमटीएनएल, दिल्ली जल बोर्ड आदि एजेंसियों के काम शामिल हैं।
अगले दो दिन तक प्रदूषण से नहीं मिलेगी राहत : सफर के पूर्वानुमान के मुताबिक, शनिवार को प्रदूषण और अधिक बढ़ेगा। रविवार तक इसमें सुधार की गुंजाइश नहीं है। सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार, देश के 59 शहरों में सिर्फ चार जगहों पर एयर इंडेक्स 300 से अधिक रहा और ये सभी दिल्ली एनसीआर का हिस्सा हैं।
शुक्रवार को एयर इंडेक्स
दिल्ली 306
फरीदाबाद 240
गाजियाबाद 327
गुरुग्राम 272
नोएडा 330
भिवाड़ी 335