जीटीबी अस्पताल में लापता कोरोना मरीज का मिला शव
जीटीबी अस्पताल में कोरोना मरीजों की देखभाल में लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां एक बुजुर्ग कोरोना मरीज अपने कमरे से अचानक गायब हो गए। तलाशी के बाद अस्पताल प्रशासन और परिवार ने जीटीबी एंक्लेव थाने में गुमशुदगी की शिकायत दे दी। लेकिन 24 घंटे के बाद बुजुर्ग का शव अस्पताल में मिल गया।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली :
जीटीबी अस्पताल में कोरोना मरीजों की देखभाल में लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां एक बुजुर्ग कोरोना मरीज अपने कमरे से अचानक गायब हो गए। तलाशी के बाद अस्पताल प्रशासन और परिवार ने जीटीबी एंक्लेव थाने में गुमशुदगी की शिकायत दे दी। लेकिन 24 घंटे के बाद बुजुर्ग का शव अस्पताल में मिल गया। मृतक की पहचान 72 वर्षीय सुरेश राय के रूप में हुई है। आशंका जताई जा रही है कि रात में तबियत अधिक खराब होने और बेचैनी महसूस करने के कारण वह छठी मंजिल के कमरे से निकलकर पांचवीं मंजिल पर बंद पड़े ऑपरेशन थियेटर के बाहर पहुंच गए और यहां उन्होंने दम तोड़ दिया। अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. आरएस रौतेला ने इस घटना पर अफसोस जताया है और मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। उधर, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में शिकायत मिली थी।
मूलरूप से पटियाला, पंजाब निवासी सुरेश राय परिवार के साथ दिलशाद गार्डन के बी ब्लॉक में रहते थे। गत 12 नवंबर को उनकी तबियत खराब हुई थी। एंटीजन किट से जांच में रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। 15 नवंबर की रात ऑक्सीजन का स्तर कम होने लगा। अगले दिन सोमवार सुबह उन्हें जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया। कोरोना जांच के बाद उन्हें छठी मंजिल के कमरे में भर्ती किया गया। सुरेश के दामाद वरुण ने बताया कि सोमवार रात 11 बजे अस्पताल से उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा गया तो पता चला कि अभी ऑक्सीजन दिया जा रहा है। मंगलवार सुबह फिर से अस्पताल से संपर्क किया गया। तब पता चला कि वह मिल नहीं रहे हैं। उनकी तलाश चल रही है। इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दी। पुलिस और अस्पताल प्रशासन की अनुमति के बाद पीपीई किट पहनकर वरुण दोपहर में अस्पताल के अंदर गए और सभी वार्डों में देखा लेकिन उन्हें सुरेश नहीं दिखे। अस्पताल प्रशासन ने उन्हें बताया कि उनकी तलाश हो रही है। बुधवार दोपहर उनका शव पांचवीं मंजिल पर मिला। वरुण का कहना है कि अस्पताल की लापरवाही से उनके ससुर की मौत हुई है।