कोरोना की गति रोकने के लिए अब चलेगा आक्रामक अभियान
- जांच बढ़ाने के साथ अब स्क्रीनिग पर भी दिया जाएगा जोर - अत्यधिक जोखिम वाले व्यक्तियों पर विशेष
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : राजधानी में कोरोना संक्रमण की गति को और कम करने के लिए सरकार आक्रामक अभियान चलाने जा रही है। इस संबंध में स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक ने सभी जिला अधिकारियों, स्वास्थ्य अधिकारियों और अन्य संबंधित विभागों को आदेश जारी किए हैं। दरअसल पिछले दिनों केंद्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) स्वास्थ्य मंत्रालय, नीति आयोग, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) व दिल्ली सरकार के प्रतिनिधियों द्वारा संशोधित रणनीति तैयार की गई थी। इसे अब हरी झंडी दे दी गई है। इसके तहत बुजुर्ग, गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों के अलावा दिहाड़ी मजदूर, घरेलू सहायक, रिक्शा व ऑटो चालकों की स्क्रीनिग तेज की जाएगी। जांच बढ़ाने के अलावा स्क्रीनिग की प्रक्रिया तेज किए जाने से संक्रमण पर अंकुश लगने की उम्मीद जताई जा रही है।
इसके तहत अब कंटेनमेंट जोन के अलावा क्लस्टर और आइसोलेट जोन क्षेत्रों की पहचान भी की जाएगी।
जहां सीमित परिधि में संक्रमण के मामले सामने आते हैं उसे कंटेनमेंट जोन माना जाएगा। जहां एक से ज्यादा कंटेनमेंट जोन हों उसे कलस्टर माना जाएगा। इसके अलावा पिछले 28 दिनों से जहां से लगातार मामले सामने आ रहे हैं उन्हें आइसोलेट जोन नाम दिया गया है। इन इलाकों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी निगरानी बढ़ाएंगे। जिला निगरानी टीमें प्रतिदिन इन इलाकों की रिपोर्ट तैयार करेगी। पिछले 15 दिनों में संक्रमित के संपर्क में आए व्यक्ति को क्वारंटाइन करना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ संक्रमण की चेन पकड़ने की कोशिश की जाएगी। अत्यधिक जोखिम वाले व्यक्तियों पर विशेष नजर रखी जाएगी। इनमें बुजुर्ग और पुरानी गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति शामिल हैं। इसके अलावा रिक्शा, ऑटो, टैक्सी चालक, घरेलू सहायक, दिहाड़ी मजदूरों की भी नियमित स्क्रीनिग की जाएगी।