चुनावी खर्च पर कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को घेरा, लगाए बेहद गंभीर आरोप
AAP कश्मीर से कन्याकुमारी तक लगातार देश भर में चुनाव लड़ रही है, लेकिन अहम सवाल यह है कि इसके लिए पैसा कहां से आ रहा है?
नई दिल्ली (जेएनएन)। कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी (AAP) को घेरते हुए कहा है कि AAP ने 2015 में दिल्ली विधानसभा चुनाव जीता। इसके बाद AAP कश्मीर से कन्याकुमारी तक लगातार देश भर में चुनाव लड़ रही है, लेकिन अहम सवाल यह है कि इसके लिए पैसा कहां से आ रहा है? या तो AAP टिकटें बेच रही है या फिर दिल्ली के विकास के पैसे को चुनाव में लगा रही है। क्योंकि जब से आप सत्ता में आई है, दिल्ली का विकास ठप पड़ा है।
चुनाव आयोग भी दो बार इस बाबत नोटिस जारी कर चुका हैं। AAP के खातों में चंदे को लेकर पारदर्शिता नहीं है। सोमवार को प्रदेश कार्यालय में मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि वर्ष 2015 में 70 में से 67 सीट जीतने के पश्चात आप सिर्फ बवाना का उपचुनाव ही जीत पाई है।
राजौरी गार्डन विधानसभा के उपचुनाव में तो AAP उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गई थी। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में भी AAP की छात्र इकाई सीवाइएसएस ने आइसा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा, बावजूद इसके केवल 12 फीसद वोट ही मिल पाए।
उन्होंने कहा कि सीवाइएसएस को आइसा के साथ गठबंधन करने पर भी कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआइ से बहुत कम वोट मिले। एनएसयूआइ को 28 फीसद वोट मिले हैं। पत्रकार वार्ता में शर्मिष्ठा के साथ कांग्रेस कमेटी के सचिव कुलजीत सिंह नागरा, वरिष्ठ नेता चतर सिंह और मुख्य मीडिया कोऑर्डिनेटर मेंहदी माजिद मौजूद थे।
शर्मिष्ठा ने यह भी आरोप लगाया कि आप भाजपा की बी टीम है क्योंकि उनको यह पता है कि वे जीत नहीं सकते। फिर भी पूरे हिंदुस्तान में काग्रेस का वोट काटने के लिए चुनाव लड़ते हैं। दिल्ली विधानसभा की जीत के बाद आप पंजाब में केवल 20 सीटे जीत पाई और लोकसभा में चार सीटें जीत सकीं।
उन्होंने पंजाब का उदाहरण देते हुए कहा कि पंजाब जिला परिषद व पंजाब पंचायत समिति चुनाव में भी AAP चार लोकसभा सीटों में से सिर्फ एक पर ही चुनाव जीत सकी है।