अस्पतालों में बिस्तर और चिकित्सा संसाधनों को बढ़ाया जाए : बैजल
उपराज्यपाल महोदय ने कहा है कि हमारे हर प्रयास का मकसद कोविड-19 के फैलने की श्रृंखला को तोड़ना है। बैजल ने कहा कि अस्पतालों में चिकित्सा संसाधन बढ़ाए जाएं।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली:
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कहा कि हमारे हर प्रयास का मकसद कोविड-19 के फैलने की श्रृंखला को तोड़ना है, ताकि रोगियों की संख्या और मृत्युदर कम हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता अस्पतालों में बिस्तर और स्वास्थ्य संसाधनों को बढ़ाना है, ताकि मामलों में वृद्धि होने पर स्वास्थ्य प्रणाली प्रभावित न हो।
बैजल शुक्रवार को वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए दिल्ली के कंटेनमेंट जोनों (सील क्षेत्रों) के प्रबंधन की रणनीति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह), दिल्ली पुलिस आयुक्त सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहे।
उपराज्यपाल ने सभी जिला अधिकारियों व पुलिस उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार कंटेनमेंट जोनों के प्रभावी प्रबंधन के लिए उचित परिसीमन, सख्त परिधि नियंत्रण, सघन जन-जागरूकता अभियान के साथ-साथ हाई-रिस्क आबादी वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने क्षेत्र के अधिकारियों को सलाह दी कि कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के लिए क्षेत्र में गतिशीलता को नियंत्रित करें, शारीरिक दूरी व स्वच्छता सुनिश्चित करें। साथ ही क्वारंटाइन व संपर्क तथा स्वास्थ्य संबंधी उपायों के बारे में जनता को जागरूक करें। होम आइसोलेशन में हैं 77.8 फीसद कोविड मरीज
मंडलायुक्त ने दिल्ली में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति पर एक प्रस्तुति दी, जिसमें बताया गया कि 11 जून तक दिल्ली में कोरोना के कुल 34,867 मामले हैं, जिनमें से 12,731 मरीज स्वस्थ हुए हैं। दिल्ली में एक्टिव मामलों के कुल 77.8 फीसद कोविड मरीज होम आइसोलेशन में हैं। वर्तमान में दिल्ली में 242 एक्टिव कंटेनमेंट जोन हैं। बुजुर्गो की हो विशेष देखभाल
उपराज्यपाल ने सभी जिला अधिकारियों और पुलिस उपायुक्तों को निर्देश दिए कि आरडब्ल्यूए और स्वयंसेवकों के रचनात्मक सहयोग से कंटेनमेंट जोन के प्रबंधन और निवारक उपायों को लागू करें। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोविड-19 मरीजों की एक बड़ी संख्या होम आइसोलशन में है। इन मरीजों की उचित चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करने के लिए इनकी टेस्टिग, आवश्यकता पड़ने पर इनकी कोविड केयर सेंटर अथवा अस्पताल में शिफ्टिग इत्यादि को समय पर किया जाए, ताकि आवश्यकता के अनुसार इनकी उचित स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि वरिष्ठ नागरिकों व बीमार व्यक्तियों की विशेष रूप से निगरानी की जाए।