Move to Jagran APP

इटली के महान कलाकार राफेल सांजियो की कलाकृतियां प्रदर्शित

राफेल सांजियो की जिदगी बहुत छोटी थी। 6 अप्रैल 1483 को जन्मे राफेल महज 37 साल की उम्र में अपने जन्मदिन वाले दिन ही यानी 6 अप्रैल 1520 को दुनिया को अलविदा कह गए।

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Jun 2020 01:14 AM (IST)Updated: Wed, 17 Jun 2020 01:14 AM (IST)
इटली के महान कलाकार राफेल सांजियो की कलाकृतियां प्रदर्शित
इटली के महान कलाकार राफेल सांजियो की कलाकृतियां प्रदर्शित

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली:

loksabha election banner

राफेल सांजियो की जिदगी बहुत छोटी थी। 6 अप्रैल 1483 को जन्मे राफेल महज 37 साल की उम्र में अपने जन्मदिन वाले दिन ही, यानी 6 अप्रैल 1520 को दुनिया को अलविदा कह गए। मगर बहुत कम समय में ही कला की दुनिया में काफी नाम कमाया। रोम प्रवास के दौरान बनाई गई इनकी कलाकृतियां मानवता के सर्वश्रेष्ट चित्रण के लिए जानी जाती हैं। दुनिया राफेल की 500 पुण्यतिथि पर उन्हे भावभीनी श्रद्धांजलि दे रही है। इंडिया इंटरनेशनल सेंटर ने भी राफेल सांजियो की कलाकृतियों पर आधारित आनलाइन प्रदर्शनी आयोजित की है।

6 अप्रैल 1483 को इटली के उर्बिनो शहर में जन्मे राफेल की 8 वर्ष की आयु में मां की मृत्यु और 11 वर्ष में पिता के देहांत के बाद चाचा ने पालन पोषण किया। चित्रकार पेरुजिनो की चित्रशाला में प्रशिक्षु के रूप में कार्य करने के दौरान उन्होने सैनिक का स्वप्न नामक चित्र की रचना की। इसके बाद अगले दस वर्षो की अवधि में स्कूल ऑफ एथेंस व मैडोना जैसे चित्रों की रचना करके अपूर्व ख्याति प्राप्त की। छाया प्रकाश के सिद्धांतों व संयमित रेखांकन से प्रभावी चित्रांकन इनकी मुख्य विशेषता है। वेटिकन पुस्तकालय में रचित भित्तिचित्र स्कूल आफ एथेंस समूह संयोजन तथा अनेक व्यक्तियों की विभिन्न मुद्राओं की सामूहिक प्रस्तुति अनुपम मिसाल है। इनके मैडोना चित्र मातृत्व,कोमलता व सौन्दर्य के प्रतिमान है। अपने समकालीन चित्रकारो माइकलेंजेलो व लिओनार्दो दा विची से आयु में बहुत छोटे होने पर भी वे अद्वितीय प्रतिभा के कारण इन कलाकारों के समकक्ष माने जाते है।

पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनी में राफेल की जिदगी को विभिन्न काल खंडों में बांटकर दिखाया गया है। राफेल ने अपनी जिदगी का अधिकतर समय रोम में गुजारा। रोम ने उनकी जिदगी पर असर डाला तो वहीं राफेल ने अपनी कलाकृतियों से रोम पर भी प्रभाव डाला। राफेल की प्राचीन वस्तुओं के रेखाचित्र, उनकी कलाकृतियां प्रदर्शनी की खासियत है। प्रदर्शनी में कुल 126 कलाकृतियां प्रदर्शित है, इनमें से अधिकतर 1513 से 1521 के बीच की है। ये वही समय था जब राफेल अपनी कलाकृतियों के जरिए पूरे इटली में प्रसिद्ध हो गए थे। प्रदर्शनी 28 जून तक इंडिया इंटरनेशनल सेंटर की वेबसाइट पर जाकर देखी जा सकती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.