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स्वच्छता में भी एम्स नंबर एक, सरकार देगी ढाई करोड़ इनाम

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : देश का सबसे बड़ा चिकित्सा संस्थान एम्स (अखिल भारतीय चिकित्सा संस्थान) स्वच्

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Apr 2018 08:22 PM (IST)Updated: Sat, 14 Apr 2018 08:22 PM (IST)
स्वच्छता में भी एम्स नंबर एक, सरकार देगी ढाई करोड़ इनाम
स्वच्छता में भी एम्स नंबर एक, सरकार देगी ढाई करोड़ इनाम

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : देश का सबसे बड़ा चिकित्सा संस्थान एम्स (अखिल भारतीय चिकित्सा संस्थान) स्वच्छता में भी नंबर एक है। अस्पतालों में सफाई को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे कायाकल्प अभियान के तहत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के 11 अस्पतालों को बेहतर सफाई के लिए 10 करोड़ रुपये इनाम के रूप में देने का फैसला किया है। इसके तहत एम्स का वर्ष 2017-18 के सबसे स्वच्छ सरकारी अस्पताल के रूप में चयन किया गया है। इसके लिए एम्स को ढाई करोड़ रुपये इनाम के रूप में मिलेंगे। वहीं, सफदरजंग अस्पताल को भी सफाई में सुधार के लिए 50 लाख रुपये इनाम के रूप में देने का फैसला किया गया है।

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इन दिनों केंद्र सरकार के अस्पतालों में स्वच्छता पखवाड़ा के तहत सफाई अभियान चल रहा है, जो रविवार को समाप्त हो रहा है। बताया जा रहा है कि 19 अप्रैल को मंत्रालय द्वारा इनाम की औपचारिक घोषणा की जाएगी। मंत्रालय ने चिकित्सा संसाधनों के अनुसार अस्पतालों को दो श्रेणियों (ए व बी) में बांट कर इनाम देने का फैसला किया है। ए श्रेणी के अस्पतालों में एम्स को सफाई के मामले में पहले नंबर पर रखा गया है जबकि पीजीआइ चंडीगढ़ को दूसरा स्थान मिला है। इस अस्पताल को डेढ़ करोड़ रुपये की इनामी राशि मिलेगी। वहीं, पुडुचेरी स्थित जिपमेर को सफाई के मामले में तीसरा व दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल को चौथा स्थान मिला है। इन दोनों अस्पतालों को 50-50 लाख रुपये मिलेंगे।

सफदरजंग अस्पताल पहली बार बेहतर सफाई के लिए होगा पुरस्कृत

सफदरजंग अस्पताल को पहली बार बेहतर सफाई के लिए पुरस्कृत किया जाएगा। हालांकि, एम्स व सफदरजंग अस्पताल की सफाई में बहुत अंतर है। खासतौर पर शौचालयों की सफाई को लेकर सफदरजंग अस्पताल पर सवाल उठते रहे हैं। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेंद्र शर्मा ने कहा कि शौचालयों में सफाई सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। अस्पताल में हर हाल में बेहतर साफ सफाई सुनिश्चित की जाएगी।

दिल्ली के राष्ट्रीय टीबी व श्वास रोग संस्थान को भी मिलेंगे 50 लाख रुपये

वहीं, बी श्रेणी के अस्पतालों में शिलांग स्थित नार्थ ईस्टर्न इंदिरा गांधी रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल साइंस को डेढ़ करोड़ व भुवनेश्वर एम्स को एक करोड़ रुपये पुरस्कार के रूप में देने का फैसला किया गया है। इसके अलावा बेंगलुरु के निम्हांस, ऋषिकेश एम्स, रायपुर एम्स, दिल्ली के राष्ट्रीय टीबी व श्वास रोग संस्थान व भोपाल एम्स को 50-50 लाख रुपये बतौर इनाम मिलेंगे।

आरएमएल व लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज ने किया निराश

आरएमएल व लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज स्वच्छ अस्पतालों की श्रेणी में अपना नाम दर्ज करा पाने में नाकाम रहे। हालांकि, इन अस्पतालों में स्वच्छता पखवाड़े के तहत सफाई अभियान चलाया जा रहा है।


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