बड़े अस्पतालों में अवकाश पर डॉक्टर, मरीजों की बढ़ी परेशानी
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : राजधानी के मेडिकल कॉलेजों में गर्मी की छुट्टियां शुरू हो गई हैं। इस वजह
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : राजधानी के मेडिकल कॉलेजों में गर्मी की छुट्टियां शुरू हो गई हैं। इस वजह से मेडिकल कॉलेजों से जुड़े बड़े अस्पतालों के शैक्षणिक कैडर के वरिष्ठ डॉक्टर अवकाश पर चले गए हैं। एम्स व सफदरजंग अस्पताल के करीब 50 फीसद डॉक्टर इन दिनों अवकाश पर हैं। इस वजह से मरीजों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वहीं, रेजिडेंट डॉक्टरों पर मरीजों के इलाज का बोझ बढ़ गया है। क्योंकि अस्पतालों में मरीज इन दिनों रेजिडेंट डॉक्टरों के हवाले ही हैं।
एम्स में 16 मई से डॉक्टरों की छुट्टियां शुरू हुई हैं जो 15 जुलाई तक रहेंगी। पहले 16 मई से 14 जून तक करीब 50 फीसद डॉक्टर अवकाश पर गए हैं। 15 जून को इनके ड्यूटी पर लौटने के बाद अन्य 50 फीसद डॉक्टर 16 जून से अवकाश पर जाएंगे। वे 15 जुलाई तक अवकाश पर रहेंगे। हालांकि, एम्स प्रशासन ने सभी विभागों को निर्देश दिया है कि इस दौरान अस्पताल में 50 फीसद वरिष्ठ डॉक्टरों की उपस्थिति हर हाल में अनिवार्य होनी चाहिए, ताकि मरीजों का इलाज प्रभावित न हो। सफदरजंग अस्पताल में 8 मई से ही शैक्षणिक कैडर के डॉक्टरों की गर्मी की छुट्टियां शुरू हैं। इस अस्पताल में दो पालियों में 7 जुलाई तक डॉक्टरों की छुट्टियां हैं। अस्पताल पहले से ही डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे हैं। अब बड़ी संख्या में डॉक्टरों के अवकाश पर चले जाने के कारण करीब दो महीने तक अस्पतालों में डॉक्टरों की और कमी रहेगी। ऐसी स्थिति में मरीजों का इलाज प्रभावित होना लाजमी है। अस्पतालों में इन दिनों सर्जरी भी कम कर दी गई हैं।