एम्स की प्रोफेसर तीन साल तक नहीं करा पाएंगी शोध
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : एम्स में पीएचडी के छात्र द्वारा आत्महत्या की कोशिश के मामले में संस्थान ने
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : एम्स में पीएचडी के छात्र द्वारा आत्महत्या की कोशिश के मामले में संस्थान ने कार्रवाई करते हुए उसकी गाइड प्रोफेसर पर तीन साल तक गाइड बनने पर रोक लगा दी है। उनके निर्देशन में शोध कर रहे अन्य छात्रों के गाइड भी बदल दिए गए हैं।
25 मार्च को माइक्रोबायोलॉजी विभाग के पीएचडी छात्र रजत प्रकाश ने नींद की दवा का ओवरडोज लेकर आत्महत्या की कोशिश की थी। उन्हें एम्स में भर्ती कर इलाज कराया गया था, जहां उन्होंने एम्स प्रशासन से अपने गाइड प्रोफेसर की शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जाता है। शोध के लिए लैब का सामान भी खुद के पैसे से खरीदने पड़ते हैं। इस घटना के बाद एम्स प्रशासन ने सात सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी। संस्थान की यंग साइंटिस्ट यूनियन ने एम्स प्रशासन से प्रोफेसर को निलंबित करने और उनके गाइड बनने पर रोक लगाने की मांग की थी। इस क्रम में ही प्रोफेसर को पीएचडी छात्रों की शोध परियोजनाओं से हटाया गया है।