गर्मी और तेज हवा से गेहूं की फसल को हो रहा नुकसान
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : फरवरी में पारा 30 डिग्री सेल्सियस पार करने को है। हवा क
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली :
फरवरी में पारा 30 डिग्री सेल्सियस पार करने को है। हवा की रफ्तार भी कुछ कम नहीं है। इस माह तापमान की इस तेज रफ्तार को कृषि वैज्ञानिक खेतीबाड़ी के लिए प्रतिकूल स्थिति बता रहे हैं। खासकर, गेहूं की पैदावार पर तापमान की मार पड़ने की आशंका वैज्ञानिक जता रहे हैं।
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार तापमान में तेजी और हवा की रफ्तार गेहूं की फसल के लिए काफी खतरनाक है। यह मौसम गेहूं की फसल के लिए क्रांतिक अवधि है। यानी ऐसा समय जब फसल एक स्थिति से दूसरी स्थिति में प्रवेश करता है। गेहूं के लिए अब यह समय परिपक्व होने का है। अभी यदि मौसम अनुकूल रहे दाने पुष्ट होंगे, लेकिन तापमान में आई तेजी दानों को पुष्ट होने की राह में बाधा बनकर सामने आ रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार सर्दी का दायरा अब छोटा होता जा रहा है। फरवरी में जिस प्रकार से तापमान में एकाएक तेजी आई है उसे देखते हुए खेत में खड़ी फसल को पानी की जरूरत है। किसान खेत में ¨सचाई कर पानी की जरूरत को पूरा करने में जुटा है। अब समस्या हवा को लेकर हो रही है। खेत में पानी लगने से जड़ें कमजोर होती हैं। हवा की मार से पौधे नीचे गिरने लगते हैं। इससे तने को नुकसान पहुंचने की पूरी संभावना बन जाती है। तने को अगर नुकसान हो जाए तो इससे पौधे का विकास प्रभावित होगा।