845 स्वास्थ्य कर्मचारियों को लगा टीका
जागरण संवाददाता पश्चिमी दिल्ली कोरोना महामारी पर रोकथाम के लिए विश्व के सबसे बड़े टीका
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : कोरोना महामारी पर रोकथाम के लिए विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के तहत सोमवार को टीका लगवाने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों की संख्या शनिवार से भी कम रही। दक्षिण-पश्चिमी जिले में नौ केंद्रों पर शनिवार को जहां 459 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया गया, वहीं सोमवार को यह संख्या 388 रही। पश्चिमी जिले की बात करें तो यहां भी 457 स्वास्थ्य कर्मचारियों ने टीका लगवाया, जबकि शनिवार को यह संख्या 537 थी। दोनों जिलों में शनिवार को कुल 996 स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण हुआ था, जबकि सोमवार को संख्या घटकर 845 रही। हालांकि राहत की बात ये है कि अब तक जितने भी स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण हुआ है, सब स्वस्थ हैं। सोमवार को दक्षिण-पश्चिमी जिले के तहत डाबड़ी स्थित दादा देव अस्पताल में एक और वेंकटेश्वर अस्पताल में दो स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगवाने के बाद सिर दर्द, चक्कर आने, कमजोरी महसूस होना, हाथ में हल्की सूजन की समस्या दर्ज की गई, लेकिन चिकित्सकों ने इसे सामान्य बताया। वहीं पश्चिमी जिले में भी तीन स्वास्थ्यकर्मियों में समस्या संज्ञान में आई। सूत्रों का कहना है कि वैक्सीन को लेकर अविश्वास के साथ कोविन एप में तकनीकी खराबी के चलते सोमवार को भी स्वास्थ्य विभाग अपना निर्धारित लक्ष्य प्राप्त नहीं कर पाया। लाभार्थियों के सामने नहीं आने के कारण दवा का काफी नुकसान हो रहा है। वैक्सीनेटर आफिसरों ने बताया कि कोविशिल्ड की एक वायल (शीशी) पांच एमएल की होती है, जिससे दस स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण होता है। प्रत्येक लाभार्थी को 0.5 एमएल का डोज दिया जाता है। एक वायल वैक्सीन कैरियर बाक्स से बाहर आने के बाद चार घंटे तक सुरक्षित रहती है। लाभार्थियों के सामने नहीं आने के कारण दवा को फेंकना मजबूरी है।