बांग्लादेशी बदमाशों ने प्रीत विहार में की थी डकैती, छह धरे
पूर्वी जिला पुलिस ने गत माह प्रीत विहार में डकैती की दो बड़ी वारदात करने वाले 6 बांग्लादेशी बदमाशों को गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : पूर्वी जिला पुलिस ने गत माह प्रीत विहार में डकैती की दो बड़ी वारदात करने वाले और एएसआइ को गोली मारने वाले छह कुख्यात बांग्लादेशी बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनकी गिरफ्तारी पर पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने पूर्वी जिला पुलिस को मुख्यालय में बुलाया और उनकी पीठ थपथपाई।
डीसीपी पूर्वी जिला पंकज कुमार के मुताबिक, गिरफ्तार बदमाशों के नाम अप्पन उर्फ सलीम (40), इस्लाम (32), इकराम उर्फ मकबूल (30), सुहैल (28), हारून (46) और सुल्तान शेख (29) के रूप में हुई है। इनमें अप्पन गिरोह का सरगना है। इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने दिल्ली के छह मामले सुलझाने का दावा किया है।
गौरतलब है कि गत 27 जुलाई को बदमाश प्रीत विहार में माह भर में तीसरी वारदात कर रहे थे। इसी बीच दिल्ली पुलिस के एएसआइ लोकेश व होमगार्ड सतीश के वहा पहुंच गए। दोनों ने एक बदमाश को पकड़ लिया था, मगर बदमाश ने लोकेश के कंधे पर गोली चला दी थी। लगातार वारदात के चलते पुलिस को शक हो गया था कि बांग्लादेशी गिरोह ही ऐसा कर सकता है। लिहाजा इंस्पेक्टर मनिंद्र सिंह ने छह ब्लॉक के सभी 22 गेटों पर सादे कपड़ों में एक-एक पुलिसकर्मी तैनात कर दिए थे। इसके साथ ही स्पेशल स्टाफ और वाहन चोरी निरोधक दस्ता भी जांच में जुट गया। 26 जुलाई की रात को पुलिस को प्रीत विहार के जी ब्लॉक के पास रेलवे लाइन किनारे एक बैग मिला, जिसमें मिले कुछ दस्तावेजों से पुलिस को बदमाशों का सुराग मिल गया। स्पेशल स्टाफ की टीम को कानपुर रवाना कर दिया गया था। इंस्पेक्टर विदेश सिंघल, डीपी सिंह, एसआइ अरुण सिंधु, केके शर्मा, एएसआइ मनोज व जोगिंदर ढाका की टीम ने पहले इकराम को कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से दबोच लिया। उसके बाद इस्लाम और सुहैल को भी कानपुर के अन्य इलाकों से गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों से पूछताछ के बाद अप्पन, सुल्तान और हारून को भी सोमवार को गाजियाबाद के अलग-अलग जगहों से दबोच लिया गया। प्रीत विहार में व्यवसायी के घर डाला था डाका
गत छह और आठ जुलाई को प्रीत विहार इलाके में बदमाशों ने डकैती और चोरी की दो बड़ी वारदात की थी। पॉश कॉलोनी ए ब्लॉक में छह जुलाई को इन बदमाश व्यवसायी के घर में डकैती डालकर 15 लाख नगदी व इतनी ही रकम के जेवर ले भागे थे। आठ जुलाई को फिर इस गिरोह ने एक घर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। तीसरी वारदात बांग्लादेशी बदमाशो ने 27 जुलाई को प्रीत विहार के जी ब्लॉक में करने की कोशिश की थी। वारदात करके केरल भाग जाते थे
इनके पास से दो तमंचे व बांग्लादेशी पासपोर्ट के अलावा दस लाख के जेवरात बरामद किए हैं। बदमाश दिल्ली में वारदात करने के बाद केरल भाग जाते थे। वहां वारदात करने के बाद बेंगलुरु भाग जाते थे। गिरोह के सदस्य हाल ही में बेंगलुरु में भी डकैती की वारदात कर दिल्ली आ गया था। पुलिस से बचने के लिए ये पार्को व जंगलों में दिन बिताते और रात में वारदात करते। कभी कभी ये झुग्गियों में रहने वाले परिचित बांग्लादेशियों के यहां भी ठहरते थे। रेलवे लाइन के किनारे की कॉलोनियों को बनाते थे निशाना
पूछताछ में पता चला कि इकराम बचपन में मंडावली में रहता था। उसके पिता अभी भी इलाके में कबाड़ी का काम करते हैं। अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए वह अन्य बदमाशों के साथ मिलकर वारदात कर रहा था। ये लोग रेलवे लाइन के किनारे बनी कॉलोनियों को निशाना बनाते थे। इन्होंने बीते 15 व 16 दिसंबर को केरल व 25 जुलाई को बेंगलुरु में वारदात को अंजाम दिया था।