पियानो बजाने में रिकॉर्ड बनाने वालोे छात्र को कैसे किया गया सम्मानित...पढ़ें खबर
दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (एसआरसीसी) ने अपने एक छात्र के सम्मान मे एक दिन की छुट्टी की घोषणा की है। कॉलेज ने मृत्युंजय शर्मा द्वारा लगातार 130 घंटे पियानो बजाने के रिकॉर्ड को सम्मान प्रदान करने के उद्देश्य से 19 अक्टूबर को अवकाश घोषित किया है।
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (एसआरसीसी) ने अपने एक छात्र के सम्मान मे एक दिन की छुट्टी की घोषणा की है। कॉलेज ने मृत्युंजय शर्मा द्वारा लगातार 130 घंटे पियानो बजाने के रिकॉर्ड को सम्मान प्रदान करने के उद्देश्य से 19 अक्टूबर को अवकाश घोषित किया है।
DU के छात्र ने 104 घंटे पियानो बजाकर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
बी.कॉम ऑनर्स तृतीय वर्ष के छात्र मृत्युंजय शर्मा ने गत दिनो पियानो बजाने के गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (103 घंटा 8 सेकंड) को न सिर्फ तोड़ा है बल्कि 130 घंटे का नया रिकॉर्ड भी बनाया है। 11 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से पियानो बजाना शुरू करने वाले छात्र ने 17 अक्टूबर को सुबह साढ़े ग्यारह बजे तक अपने इस प्रयास को जारी रखा। हालांकि, लक्ष्य 155 घंटे का निर्धारित किया था, लेकिन स्वास्थ्य खराब होने के कारण इस प्रयास को 130 घंटे पर ही विराम देना पड़ा।
कॉलेज प्राचार्य डॉ. अशोक सहगल ने रविवार को मृत्युंजय की इस उपलब्धि को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि उनके छात्र ने कॉलेज का नाम ऊंचा किया है और इसलिए सोमवार को कॉलेज में अवकाश रहेगा। डॉ. सहगल ने इस मौके पर मृत्युंजय को एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि भी कॉलेज की ओर से दी।
मृत्युंजय को इस प्रयास मे मदद करने वाले 1964 बैच के छात्र अशोक दिलवाली और बिली गुप्ता भी कार्यक्रम मे शामिल हुए। इस दौरान मृत्युंजय से जब उनकी उपलब्धि के विषय मे पूछा गया तो उन्होंने अपने सपने को सच करने में कॉलेज से मिले सहयोग का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि शुरुआत में लक्ष्य मुश्किल लग रहा था, लेकिन धीरे-धीरे रास्ता बना और फिर सफलता मिल गई। मृत्युंजय से जब अगले लक्ष्य के विषय मे पूछा गया तो उन्होने टिनिट्री कॉलेज में जाकर अध्ययन की इच्छा जाहिर की।
कुलपति की बात दिल में घर कर गई
मृत्युंजय की उपलब्धि को लेकर कॉलेज में एक दिन का अवकाश घोषित करने का सुझाव डीयू कुलपति प्रो. दिनेश सिंह की ओर से दिया गया था। कॉलेज प्राचार्य डॉ. अशोक सहगल ने बताया कि बृहस्पतिवार की रात जब मृत्युंजय ने वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ा था, उस समय कॉलेज मे कुलपति भी मौजूद थे और उन्होंने कहा था कि यदि मैं प्राचार्य होता तो एक दिन की छुट्टी घोषित करता। डॉ. सहगल ने बताया कि कुलपति का सुझाव अच्छा था, इसलिए हमने इसे अपना लिया और सोमवार की छुट्टी घोषित कर दी।