India vs England CWC 2019: नारंगी रंग की जर्सी पहनकर इंग्लिश टीम को हराने उतरेगी टीम इंडिया
ICC cricket world cup 2019 भारतीय टीम का सामना मेजबान इंग्लैंड के साथ बर्मिंघम में होगा।
अभिषेक त्रिपाठी, बर्मिघम। इंग्लैंड के मौसम के साथ ही विश्व कप का माहौल भी गर्म हो गया है। जैसे-जैसे यहां तापमान बढ़ रहा है वैसे-वैसे विश्व कप का रोमांच बढ़ रहा है। रविवार को जब इंग्लैंड और भारत की टीमें एजबेस्टन क्रिकेट मैदान में आपस में भिड़ेंगी तो इन दो देशों के अलावा पाकिस्तान और बांग्लादेश के प्रशंसकों की नजरें भी इस मैच पर होंगी क्योंकि यह मैच सिर्फ भाग ले रही दो टीमों का ही नहीं, बाकी दो टीमों का भी भविष्य तय करेगा। पाकिस्तान और बांग्लादेश की टीमें और प्रशंसक दुआ करेंगे कि स्पिनरों के लिए मददगार साबित होने वाली यहां की पिच पर भारतीय टीम इंग्लैंड को पराजित कर दे।
नारंगी रंग के साथ टीम इंडिया का प्रहार : भारतीय टीम इस विश्व कप में पहली और आखिरी बार नारंगी रंग से ओतप्रोत जर्सी का प्रयोग करेगी। इंग्लैंड और भारत की ओरिजनल जर्सी का रंग नीला है और प्रसारण की दृष्टि से इस बार आइसीसी ने फैसला किया था कि जब दो टीमों की जर्सी का रंग एक जैसा होगा तो उसमें एक में बदलाव किया जाएगा। इंग्लैंड घरेलू टीम है, इसलिए इस मैच में भारत की जर्सी का रंग बदला हुआ होगा। इसे पहनकर टीम इंडिया के खिलाड़ी खुश भी हैं और वह इंग्लैंड को हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की करना चाहेंगे। वहीं दुनिया की नंबर वन टीम से इस विश्व कप में शुरुआत करने वाली इंग्लिश टीम सात में से तीन मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर है। उसे अगर सेमीफाइनल में पहुंचना है तो दुनिया की नंबर वन टीम के खिलाफ हर हाल में जीत हासिल करनी होगी। श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दो मैच हारने के बाद इंग्लैंड की राह बेहद कठिन हो गई है। वहीं भारतीय टीम अब तक हुए छह मुकाबलों में अजेय है। न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच बारिश के कारण रद हो जाने के कारण उसके 11 अंक हैं और उसे सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए सिर्फ एक जीत की दरकार है।
भारतीय टीम में बदलाव की संभावना नहीं : दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बाद वेस्टइंडीज को हराकर टीम इंडिया शुक्रवार को बर्मिघम पहुंची थी। शुक्रवार को टीम ने कोई अभ्यास नहीं किया। शनिवार को भी टीम ने वैकल्पिक अभ्यास किया। इसमें महेंद्र सिंह धौनी, भुवनेश्वर कुमार, कुलदीप यादव, केदार जाधव, रवींद्र जडेजा, दिनेश कार्तिक और रिषभ पंत ने भाग लिया। टीम के अधिकतर सदस्यों ने मैच से पहले अभ्यास से किनारा किया। विराट कोहली ने मैच से पहले प्रेस कांफ्रेंस में विजय शंकर का बचाव करते हुए संकेत दिया है कि इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम एकादश में कोई बदलाव नहीं होने वाला है। हालांकि पाकिस्तान के खिलाफ चोटिल होने के बाद भुवनेश्वर कुमार लगातार वापसी की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने शनिवार को भी जमकर गेंदबाजी और बल्लेबाजी की, लेकिन मुहम्मद शमी के लगातार दो मैचों में चार-चार विकेट लेने के साथ यहां धूप खिली होने के कारण भुवी की वापसी फिलहाल संभव नहीं है। इन परिस्थितियों में दो कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्रा सिंह चहल कमाल दिखा सकते हैं। शमी और बुमराह का तो कहना ही क्या है। विराट कोहली ने कहा कि बुमराह तो अलग ही स्तर पर चला गया है, उसके बारे में क्या कहूं।
शंकर को खोलनी होगी तीसरी आंख : भारत के ओपनरों केएल राहुल और रोहित शर्मा के अलावा कोहली से यहां की पाटा पिच पर अच्छी बल्लेबाजी की उम्मीद है। ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या भी इस पर कमाल दिखाएंगे। टीम की समस्या सिर्फ मध्य क्रम है। चार साल तक चली लंबी खोज के बाद विजय शंकर को विश्व कप में चौथे नंबर के बल्लेबाज के तौर पर शामिल किया गया लेकिन तीन मैचों में बल्लेबाजी का मौका मिलने पर वह 14, 29 और नाबाद 15 रनों की पारी खेल पाए हैं। हालांकि विराट उनसे प्रभावित नजर आ रहे हैं। वहीं केदार को विश्व कप में पांच मैचों में बल्लेबाजी करने का मौका मिला जिसमें वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शून्य पर आउट हुए, जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बिना रन बनाए और पाकिस्तान के खिलाफ नौ रन बनाकर नाबाद लौटे। अफगानिस्तान के खिलाफ 52 रन की एंकर पारी खेलने के बाद वह वेस्टइंडीज के खिलाफ सात रन पर आउट हुए। इंग्लैंड के खिलाफ इन दोनों का स्कोर करना अहम है। अगर विराट कोई एक परिवर्तन करते हैं तो शंकर की जगह दिनेश कार्तिक को शामिल किया जा सकता है।
दबाव में इंग्लिश टीम : इंग्लैंड में रविवार को जो नजारा दिखेगा वह मेजबान टीम के लिए और मुश्किल होने वाला है क्योंकि लगभग 24000 दर्शक क्षमता वाले में भारतीय समर्थक हावी रहेंगे। ऐसा कम ही होता है कि घरेलू मैदान में विपक्षी टीम को ज्यादा समर्थन मिले, लेकिन एजबेस्टन में ऐसा होने वाला है क्योंकि 24000 में से 18000 टिकट भारतीय समर्थक खरीद चुके हैं। इंग्लिश समर्थकों को करीब 6000 टिकट ही मिली हैं। यही नहीं, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन, केविन पीटरसन और वर्तमान टीम के बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो की भिड़ंत ने मेजबानों पर दबाव ओर बढ़ा दिया है। बेयरस्टो ने पूर्व क्रिकेटरों को लेकर कहा था कि लोग हमारे असफल होने का इंतजार कर रहे थे। वे कई मायनों में हमारी जीत से खुश नहीं हैं। वे इंतजार कर रहे हैं कि हम हार जाएं और वे हमारी आलोचना करें। यह इंग्लैंड में आम है, बल्कि हर खेलों में है। वॉन ने इसे 'नकारात्मक और दयनीय मानसिकता' करार दिया। इंग्लैंड की टीम इस बात से राहत ले सकती है कि उन्होंने घरेलू सरजमीं पर पिछली द्विपक्षीय सीरीज में भारत को 2-1 से हराया था, लेकिन बुमराह उस समय चोटिल थे और उस सीरीज में नहीं खेले थे।
जेसन और जोफ्रा पर नजर : इंग्लैंड के पास कप्तान इयोन मोर्गन, जोस बटलर, जॉनी बेयरस्टो, बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर जैसे खिलाड़ी हैं। टीम ने हाल में शानदार प्रदर्शन किया है। ऐसे में अगर वह सेमीफाइनल में नहीं जाते हैं तो यह प्रशंसकों के लिए दुखद होगा। क्रिकेट का जनक इंग्लैंड आज तक विश्व कप नहीं जीता है और यह उसकी अब तक की सर्वश्रेष्ठ वनडे टीम थी। ऐसे में अगर वह इतनी जल्दी बाहर होती है तो निश्चित तौर पर उनके लिए यह सोचनीय प्रश्न होगा। टीम के मुख्य बल्लेबाज जेसन रॉय और गेंदबाज आर्चर चोटिल थे, लेकिन मोर्गन ने कहा है कि अगर इनकी चोट ज्यादा गंभीर नहीं हुई तो ये दोनों ही भारत के खिलाफ मुकाबले में खेलेंगे। यह हमारे लिए काफी अहम मुकाबला है। अगर रॉय वापस आते हैं तो जेम्स विंस को बाहर बैठना होगा।
एक बार फिर मोइन के निशाने पर कोहली
इंग्लैंड के ऑलराउंडर मोइन अली इस मैच में कोहली का विकेट हासिल करना चाहते हैं। मोइन के मुताबिक विराट का विकेट किसी भी गेंदबाज के लिए काफी मायने रखता है। मोइन ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में विराट को छह बार आउट किया है। कई मौकों पर वह विराट को मुश्किल में डाले रखने में सफल रहे हैं। मोइन ने कहा कि विराट जानते हैं कि उनका काम भारत के लिए रन बनाना है और मेरा काम उन्हें आउट करना है। विराट जैसे खिलाड़ी का विकेट लेना अपने आप में बहुत बड़ी सफलता होती है। इस मैच को लेकर भारत पर अधिक दबाव होगा क्योंकि उन्हें अपनी जीत की लय जारी रखना है जबकि मेजबान होने के नाते इंग्लैंड टीम मनोवैज्ञानिक तौर पर आगे होगी।
लगातार जीतकर भारतीय टीम तारीफें बटोर रही है लेकिन एक हार से उसकी आलोचना शुरू हो जाएगी। भारतीय खिलाड़ी अपने घर में सुपरस्टार हैं लेकिन जब वे हारते हैं तो उनके साथ काफी बुरा बर्ताव होता है। अपेक्षाओं का दबाव हम पर भी है लेकिन भारतीय टीम पर अधिक है।
भारत का समर्थन करेंगे पाकिस्तानी और बांग्लादेशी
भारत के चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के समर्थक रविवार को भारत की जीत की दुआ करेंगे क्योंकि उनकी टीम सेमीफाइनल में तभी पहुंच सकती है जब भारत इंग्लैंड का रास्ता रोक दे। विश्व कप में चौथे स्थान की डगर कठिन है। पाकिस्तान को सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए अपने बाकी मैच जीतने होंगे और साथ ही उसे यह भी दुआ करनी होगी कि इंग्लैंड और श्रीलंका अपने सभी मैच हार जाएं। ऐसे में पाकिस्तान खुद के मैच जीतने के साथ ही दूसरों के मैच हारने की भी दुआ करेगा। वहीं भारत का मैच इंग्लैंड और श्रीलंका से है, ऐसे में पाकिस्तान चाहेगा कि भारत ये दोनों मैच जीत जाए और ये दोनों टीमें मैच हार जाएं। भारत के मैच जीतने से इंग्लैंड के 12 अंक नहीं हो पाएंगे और अगर यह टीम श्रीलंका को हरा देती है तो उसके भी 11 अंक नहीं हो पाएंगे। बांग्लादेश के अभी सात अंक हैं और उसके प्रशंसक चाहेंगे कि भारत इंग्लैंड को हरा दे क्योंकि इससे उसके 12 अंक नहीं होंगे और बांगलादेश के दो मैच बाकी हैं। ऐसे में वह उन्हें जीतकर 11 अंकों के साथ सेमीफाइनल की दौड़ में रहेगा।
इन पर रहेगी नजर
विराट कोहली- पिछली चारों पारियों में विराट कोहली ने 50 का आंकड़ा पार किया है, लेकिन भारत के कप्तान शतक बनाने में नाकाम रहे हैं जो बहुत जल्दी बदल सकता है। उनकी बल्लेबाजी में उम्दा क्लास की झलक मिलती है। कोहली बड़े मुकाबलों में अद्भुत प्रदर्शन करने के लिए मशहूर हैं, ऐसे में अगर वो एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ बड़े मुकाबले में शोर मचाते दीवानों के सामने एक और शानदार पारी खेल जाएं तो इसमें हैरान होने वाली कोई बात नहीं होगी।
आदिल राशिद- सब का ध्यान इस बात पर होगा कि क्या इंग्लैंड की किस्मत बदलने के लिए जेसन रॉय भारत के खिलाफ मैदान पर उतरते हैं या नहीं, लेकिन राशिद भी अहम भूमिका निभा सकते हैं। एजबेस्टन की पिच स्पिन गेंदबाजों की मदद करने के लिए मशहूर है। ऐसे में इंग्लैंड की टीम उम्मीद करेगी कि आदिल शानदार फॉर्म में दिखें। हालांकि इस टूर्नामेंट में उन्होंने 51.85 के औसत से सिर्फ सात विकेट ही चटकाए हैं।
नंबर गेम :
-100वां वनडे मैच होगा भारत और इंग्लैंड के बीच यह। अब तक खेले गए 99 मैच में 53 भारत जीता, 41 इंग्लैंड, दो मैच टाई और तीन बेनतीजा रहे
-41 मैच अब तक भारत ने इंग्लैंड की सरजमीं पर इंग्लैंड के खिलाफ खेले। इनमें 16 भारत जीता, 21 इंग्लैंड, एक मैच टाई और तीन बेनतीजा रहे
-7 मैच भारत और इंग्लैंड के बीच विश्व कप में हुए। तीन भारत और तीन ही इंग्लैंड जीता, एक मैच टाई रहा
- 2011 में दोनों टीम पिछली बार विश्व कप में भिड़ी थीं। यह मैच टाई रहा था, जबकि भारत ने इसके बाद खिताब पर कब्जा जमाया था
-8 रन पर आउट हुए थे विराट कोहली इंग्लैंड के खिलाफ 2011 विश्व कप में। यह विश्व कप में कोहली का इंग्लैंड के खिलाफ एकमात्र मुकाबला रहा है
- 29 मैच में 1112 रन बनाए हैं इंग्लैंड के खिलाफ विराट कोहली ने, इसमें तीन शतक और छह अर्धशतक शामिल हैं