अंडर-19 विश्व कप : कैरेबियाई धरती पर आज से चमकेंगे भविष्य के सितारे, पहले दिन इन टीमों की भिड़ंत
वेस्टइंडीज में शुक्रवार से शुरू हो रहे अंडर-19 विश्व कप में भविष्य के सितारों को अपनी चमक बिखेरने का मौका मिलेगा। कोरोना महामारी के बीच पहली बार कैरेबियाई धरती पर हो रहे टूर्नामेंट में 16 टीमों को चार समूहों में बांटा गया है।
जार्जटाउन, प्रेट्र। वेस्टइंडीज में शुक्रवार से शुरू हो रहे अंडर-19 विश्व कप में भविष्य के सितारों को अपनी चमक बिखेरने का मौका मिलेगा, जबकि चार बार की चैंपियन भारतीय टीम एक बार फिर खिताब की प्रबल दावेदार होगी। कोरोना महामारी के बीच पहली बार कैरेबियाई धरती पर हो रहे टूर्नामेंट में 16 टीमों को चार समूहों में बांटा गया है। भारत को ग्रुप-बी में रखा गया है जबकि आस्ट्रेलिया ग्रुप-डी में है ।
दो साल पहले भारत को हराकर पहली बार अंडर 19 खिताब जीतने वाली बांग्लादेशी टीम ग्रुप-ए और दो बार की विजेता पाकिस्तान व अफगानिस्तान ग्रुप-सी में है। वीजा संबंधी मसलों के कारण अफगानिस्तान टीम देर से यहां पहुंची है और अभ्यास मैच खेलने से वंचित रह गई। हर ग्रुप से शीर्ष दो टीमें क्वार्टर फाइनल में पहुंचेंगी।
टूर्नामेंट के बायो बबल का उल्लंघन अभी तक नहीं हुआ है, लेकिन पाकिस्तान और जिंबाब्वे की टीमों में कोरोना संक्त्रमण के मामले आए हैं। न्यूजीलैंड ने अपने पृथकवास नियमों के कारण टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया जिसकी जगह स्काटलैंड खेल रही है। मेजबान वेस्टइंडीज का सामना पहले दिन आस्ट्रेलिया से होगा जबकि स्काटलैंड की टक्कर श्रीलंका से होगी। भारत को पहला मैच शनिवार को दक्षिण अफ्रीका से गुयाना में खेलना है।
पहले दिन का मैच
वेस्टइंडीज से आस्ट्रेलिया और श्रीलंका से स्काटलैंड की भिड़ंत
ग्रुप-ए
बांग्लादेश, कनाडा, इंग्लैंड, यूएई
ग्रुप-बी
भारत, आयरलैंड, दक्षिण अफ्रीका, युगांडा
ग्रुप-सी
अफगानिस्तान, पाकिस्तान, पापुआ न्यू गिनी, जिंबाब्वे
ग्रुप-डी
आस्ट्रेलिया, स्काटलैंड, श्रीलंका, वेस्टइंडीज
खिताब के दावेदार
भारत : रिकार्ड चार बार की चैंपियन भारतीय टीम सबसे प्रबल दावेदार है। हालांकि उसके पास पिछली टीमों जैसा आत्मविश्वास नहीं दिख रहा। भारतीय टीम एशिया कप जीतकर दुबई से सीधे यहां आई है। पांच दिन के कड़े पृथकवास के बाद यश ढुल की अगुआई वाली टीम ने अभ्यास मैच में आस्ट्रेलिया को नौ विकेट से हराया। सलामी बल्लेबाज हरनूर सिंह, दिल्ली के बल्लेबाज यश, आराध्य यादव और तेज गेंदबाज राजवर्धन हंगरगेकर, वासु वत्स से काफी उम्मीदें होंगी। भारत के पास प्रतिभाओं की कमी नहीं है और यही वजह है कि एक खिलाड़ी को एक ही बार अंडर-19 विश्व कप खेलने का मौका मिलता है।
आस्ट्रेलिया : तीन बार की चैंपियन आस्ट्रेलिया दूसरी प्रबल दावेदार है। वह आठ बार कम से कम सेमीफाइनल तक जरूर पहुंची है। आखिरी बार 2010 में उसने खिताब जीता था जब टीम में मिशेल मार्श, एडम जांपा और जोश हेजलवुड थे। इस बार हरफनमौला कूपर कोनोली टीम के कप्तान हैं और 2020 में उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ एक प्लेआफ मैच में 53 गेंद में 64 रन बनाए थे।
बांग्लादेश : बांग्लादेश ने 2020 में खिताब जीतकर इतिहास रचा और वे उसे दोहराना चाहेंगे। कप्तान रकीबुल हसन दक्षिण अफ्रीका में खिताब जीतने वाली उस टीम के सदस्य थे। पिछले महीने एशिया कप सेमीफाइनल में भारत ने बांग्लादेश को हराया था।
पाकिस्तान : पांच बार फाइनल में पहुंची पाकिस्तान ने 2004 और 2006 में खिताब जीते थे जब सरफराज अहमद, वहाब रियाज और इमाद वसीम टीम का हिस्सा थे। शाहीन शाह अफरीदी 2018 अंडर-19 विश्व कप से ही चमके थे। कासिम अकरम की कप्तानी वाली टीम के कोच पूर्व बल्लेबाज एजाज अहमद हैं।
इंग्लैंड : इंग्लैंड ने 24 साल पहले एकमात्र अंडर 19 खिताब जीता था लेकिन 2014 में तीसरे स्थान पर रही। पिछली बार पहले दौर से भी आगे नहीं बढ सकी थी। इस साल कप्तान टाम प्रेस्ट को बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। टीम के कोच रिचर्ड डासन है और लगभग पूरी नई टीम उतारी गई है।