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रणजी ट्रॉफी 2020 का फाइनल मैच हुआ ड्रॉ, लेकिन सौराष्ट्र की टीम ने ऐसे जीता पहला खिताब

Saurashtra vs Bengal Ranji Trophy 2019-20 Winner सौराष्ट्र की टीम ने पहली बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीतकर इतिहास रचा है।

By Vikash GaurEdited By: Published: Fri, 13 Mar 2020 02:40 PM (IST)Updated: Fri, 13 Mar 2020 02:54 PM (IST)
रणजी ट्रॉफी 2020 का फाइनल मैच हुआ ड्रॉ, लेकिन सौराष्ट्र की टीम ने ऐसे जीता पहला खिताब
रणजी ट्रॉफी 2020 का फाइनल मैच हुआ ड्रॉ, लेकिन सौराष्ट्र की टीम ने ऐसे जीता पहला खिताब

नई दिल्ली, जेएनएन। Saurashtra vs Bengal Ranji Trophy 2019-20 Winner: रणजी ट्रॉफी 2019-20 का सीजन शुक्रवार 13 मार्च को समाप्त हो गया। इस टूर्नामेंट के फाइनल में सौराष्ट्र और बंगाल की टीम की टीम का आमना-सामना हुआ। मैच भले ही बेनतीजा यानी ड्रॉ रहा, लेकिन सौराष्ट्र की टीम ने पहली बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है। 

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इस मुकाबले में सौराष्ट्र की टीम के कप्तान जयदेव उनादकट ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया। इस तरह 171.5 ओवर बल्लेबाजी करते हुए सौराष्ट्र की टीम ने सभी विकेट खोकर 425 रन बनाए। सौराष्ट्र के लिए अर्पित वासवाडा ने 106 रन की पारी खेली, जबकि चेतेश्वर पुजारा 66 रन, अवि बरोठ और विश्वराज जड़ेजा ने 54-54 रन की पारी खेली।

बंगाल की ओर से अकाश दीप ने 4, शहबाज अहमद ने 3, मुकेश कुमार ने 2 और इशान पोरेल को 1 विकेट मिला। वहीं, अपनी पहली पारी में बंगाल की टीम 161 ओवर बल्लेबाजी करते हुए 381 रन बना सकी और पहली पारी में 44 रन से पिछड़ गई, जिसका नतीजा टीम को हार के रूप में भुगतना पड़ा, क्योंकि बीसीसीआइ के नियम कुछ इसी तरह के हैं। 

ये है BCCI का नियम

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने तय किया हुआ है कि नॉकआउट स्टेज में अगर किसी टीम का स्कोर पहली पारी में ज्यादा होता है तो उस टीम को विजेता मान लिया जाएगा। वहीं, लीग स्टेज में ऐसा होता है तो फिर पहली पारी में जो टीम बढ़त हासिल करेगी उसे 4 में से 3 अंक दे दिए जाते हैं।  

चौथी बार फाइनल में थी सौराष्ट्र की टीम

सौराष्ट्र की टीम ने साल 1950-51 के सीजन में पहली बार रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लिया था, लेकिन पहला खिताब करीब 70 साल के बाद जीता है। सौराष्ट्र की टीम ने इससे पहले साल 2018-19, 2015-16 और 2012-13 में भी फाइनल खेला था, लेकिन टीम कभी भी खिताब नहीं जीत पाई।   


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