केकेआर पहली बार फाइनल में
यूसुफ पठान और लक्ष्मी शुक्ला की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के बाद शानदार गेंदबाजी की बदौलत कोलकाता नाइटराइडर्स ने आईपीएल-5 के पहले क्वालीफायर मैच में दिल्ली डेयरडेविल्स को 18 रनों से हराकर पहली बार फाइनल मुकाबले में अपनी जगह पक्की कर ली है।
पुणे। यूसुफ पठान और लक्ष्मी शुक्ला की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के बाद शानदार गेंदबाजी की बदौलत कोलकाता नाइटराइडर्स ने आईपीएल-5 के पहले क्वालीफायर मैच में दिल्ली डेयरडेविल्स को 18 रनों से हराकर पहली बार फाइनल मुकाबले में अपनी जगह पक्की कर ली है।
कोलकाता के 163 रन के लक्ष्य के जवाब में दिल्ली की टीम सुनील नारायन [24 रन पर दो विकेट] और जैक्स कालिस [24 रन पर दो विकेट] की धारदार गेंदबाजी के सामने आठ विकेट पर 144 रन ही बना सकी। दिल्ली की ओर से महेला जयवर्धने ने सर्वाधिक 40 रन बनाए। ब्रैंडन मैक्कुलम ने शानदार विकेटकीपिंग का नजारा पेश करते हुए तीन कैच और एक स्टंप किया। इससे पहले कोलकाता ने यूसुफ की 21 गेंद में तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 40 रन की पारी के अलावा लक्ष्मी शुक्ला [11 गेंद में नाबाद 24, तीन चौके, एक छक्का] के साथ उनकी 56 रन की अटूट साझेदारी से चार विकेट पर 162 रन बनाए।
केकेआर की ओर से कप्तान गौतम गंभीर [32], मैक्कुलम [31] और कालिस [30] ने भी उम्दा पारियां खेलीं। कोलकाता की टीम ने इस जीत के साथ ही 27 मई को होने वाले फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया जबकि दिल्ली को कल मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच होने वाले एलिमिनेटर का इंतजार करना होगा। दिल्ली को 25 मई को दूसरे क्वालीफायर में एलिमिनेटर की विजेता टीम का सामना करना होगा और इस मैच का विजेता फाइनल में जगह बनाने वाली दूसरी टीम बनेगा। दिल्ली की शुरुआत खराब रही और उसने तीसरे ओवर में 24 रन तक ही अपने दोनों आक्रामक सलामी बल्लेबाजों कप्तान वीरेंद्र सहवाग [10] और डेविड वार्नर [7] के विकेट गंवा दिए।
टीम इन झटकों से कभी नहीं उबर पाई। वार्नर को शाकिब अल हसन जबकि सहवाग को लक्ष्मीपति बालाजी ने आउट किया। दोनों बल्लेबाजों के कैच मैक्कुलम ने लपके। वार्नर हालांकि दुर्भाग्यशाली रहे क्योंकि टीवी रीप्ले में साफ दिख रहा था कि गेंद उनके पैड से लगकर हवा में उछली थी लेकिन मैदानी अंपायर बिली डाक्ट्रोव ने उन्हें आउट करार दिया। सहवाग इसके बाद बालाजी की आफ साइड से बाहर जाती गेंद से छेड़छाड़ के प्रयास में मैक्कुलम को आसान कैच दे बैठे। जयवर्धने और नमन ओझा ने तीसरे विकेट के लिए 59 रन जोड़कर पारी को संभाला। दोनों ने 6.1 ओवर में टीम का स्कोर 50 रन तक पहुंचाया। ओझा ने रजत भाटिया पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में इसी गेंदबाज की गेंद को कट करने की कोशिश में प्वाइंट पर गंभीर के हाथों लपके गए।
वेणुगोपाल राव [22 गेंद में 13 रन] भाग्यशाली रहे जब मैक्कुलम ने नारायन की गेंद पर उनका कैच छोड़ दिया। इकबाल अब्दुल्ला ने इसके बाद जयवर्धने को स्टंप कराके दिल्ली को करारा झटका दिया। उन्होंने 33 गेंद का सामना करते हुए छह चौके मारे। दिल्ली ने रॉस टेलर से पहले पवन नेगी को बल्लेबाजी का मौका दिया। दिल्ली को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 54 रन की दरकार थी। कालिस ने राव को आउट करके दिल्ली को और गर्त में ढकेल दिया। कालिस ने अपने अगले और पारी के 19वें ओवर में टेलर [11] को बाउंड्री पर अब्दुल्ला के हाथों कैच कराके दिल्ली की रही सही उम्मीद भी तोड़ दी।
दिल्ली को अंतिम ओवर में 26 रन की जरूरत थी लेकिन नारायन के ओवर में सात रन ही बने। नारायन ने इस ओवर में नेगी [14] और मोर्ने मोर्कल [0] को पवेलियन भेजा। इससे पहले दिल्ली की ओर से नेगी और इरफान ने किफायती गेंदबाजी की लेकिन यूसुफ ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया। नेगी ने अपने कोटे के चार ओवर में 18 जबकि इरफान पठान ने 20 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया।
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