IPL 2018: कोलकाता के खिलाफ किंग्स की नजरें प्लेऑफ में जगह पुख्ता करने पर
पंजाब की टीम शनिवार को प्लेऑफ पहुंचने की उम्मीदों को और पुख्ता करने के इरादे के साथ मैदान में उतरेगी।
नई दुनिया, इंदौर। कोच वीरेंद्र सहवाग और सह मालिक प्रिटी जिंटा के बीच विवाद की खबरों को पीछे छोड़ किंग्स इलेवन पंजाब की टीम शनिवार को प्लेऑफ पहुंचने की उम्मीदों को और पुख्ता करने के इरादे के साथ मैदान में उतरेगी। उसके सामने कोलकाता नाइटराइडर्स की कड़ी चुनौती रहेगी।
राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ जयपुर में पिछले मैच में 15 रनों से हार के बाद सहवाग और प्रिटी के बीच तनातनी की खबरें आ रही हैं। विवाद यहां तक बढ़ चुका है कि सहवाग के फ्रेंचाइजी से संबंध तोडऩे और पद छोडऩे तक की चर्चाएं चल रही हैं। हालांकि फ्रेंचाइजी को उम्मीद है कि मैदान से बाहर चल रहे विवाद का असर मैदान पर देखने को नहीं मिलेगा और टीम विवादों को पीछे छोड़ खेल पर अपना ध्यान केंद्रीत करेगी।
पंजाब और कोलकाता दोनों ही टीमें अपने-अपने पिछले मैच हारकर यहां पहुंची हैं और होलकर स्टेडियम में वह फिर से विजयी पथ पर लौटने का प्रयास करेंगी। जहां पंजाब को पिछले मैच में राजस्थान रॉयल्स से पिछले मैच में 15 रनों से हार मिली थी, वहीं कोलकाता को मुंबई इंडियंस ने 102 रनों से करारी शिकस्त दी थी। आइपीएल अब अपने अंतिम और रोमांचक चरण में पहुंच चुका है और एक हार से किसी भी टीम का समीकरण बदल सकता है। वैसे दोनों टीमों के अंकों में ज्यादा अंतर नहीं है। पंजाब 12 अंकों के साथ तालिका में तीसरे स्थान पर है, वहीं कोलकाता 10 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर है।
हालांकि पंजाब को अपने दूसरे घर में खेलने का फायदा मिलेगा। एक बार फिर मेजबान टीम लोकेश राहुल और क्रिस गेल की सलामी जोड़ी पर निर्भर रहेगी, जो अभी तक इस लीग में क्रमश: 311 और 471 रन बना चुके हैं। शुरआत में गेल ने जबर्दस्त फॉर्म दिखाया था लेकिन पिछले कुछ मैचों में वह कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके हैं। उनसे यहां टीम को एक बड़ी पारी की उम्मीद रहेगी। उनके सलामी जोड़ीदार राहुल ने पिछले दो मैचों में अपनी सर्वश्रेष्ठ पारियां (84 और 95 रनों) खेली लेकिन दूसरे छोर से उन्हें ज्यादा साथ नहीं मिल सका। वह इस फॉर्म में बरकरार रखना चाहेंगे। करुण नायर ने जरूर कुछ प्रभावशाली और उपयोगी पारियां खेलीं लेकिन अनुभवी युवराज ङ्क्षसह, एरोन ङ्क्षफच, मनोज तिवारी और मयंक अग्रवाल पूरी तरह फ्लॉप रहे हैं। टीम का मध्यक्रम ङ्क्षचता का सबसे बड़ा कारण है। नॉकआउट चरण से पहले टीम इनके फॉर्म में लौटने की उम्मीद कर रही है।
गेंदबाजी में कप्तान रविचंद्रन अश्विन की अगुआई में गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज एंड्रयू टाई, अफगानिस्तानी युवा मुजीब उर रहमान और अंकित राजपूत ने विपक्षी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाए रखा है। टाई अभी तक 8 मैचों से 16 विकेट ले चुके हैं जबकि अंकित व मुजीब ने 14-14 विकेट लिए हैं। इन्हीं पर एक बार फिर से रनों को रोकने की जिम्मेदारी रहेगी।
उधर कोलकाता को अपनी पिछली शर्मनाक हार भूलाकर आगे बढऩा होगा और वह एकजुट होकर फिर से अपने अभियान में जुटने का प्रयास करेगी। उसके पास वैसे भी गलती की गुंजाइश कम ही है। एक बड़ी हार के बाद उसका रन औसत बिगड़ गया है और यदि वह किसी टीम के साथ अंकों में बराबरी पर रहती है तो वह रन औसत से प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो सकती है।