IPL 2020: राजस्थान के खिलाफ मैच से पहले चेन्नई को मिली बड़ी खुशखबरी, रितुराज ने शुरू की ट्रेनिंग
मंगलवार को चेन्नई सुपरकिंग्स का सामना राजस्थान रॉयल्स से होना है। इससे पहले युवा बल्लेबाज रितुराज गायकवाड़ ने ट्रेनिंग शुरू कर दी है। वह कोरोना से संक्रमित थे। आइपीएल शुरू होने से पहले चेन्नई के दो खिलाड़ी समेत कुल 13 सदस्य संक्रमित पाए गए थे।
दुबई, पीटीआइ। इंडियन प्रीमियर लीग 2020 (IPL 2020) में मंगलवार को चेन्नई सुपरकिंग्स का सामना राजस्थान रॉयल्स से होना है। इससे पहले टीम के लिए टीम को एक बड़ी खुशखबरी मिली है। युवा बल्लेबाज रितुराज गायकवाड़ ने ट्रेनिंग शुरू कर दी है। गौरतलब है कि रितुराज कोरोना वायरस (COVID-19)से संक्रमित थे और उनकी दो जरुरी रिपोर्ट नेगेटिव आई, जिसके बाद उन्होंने अभ्यास शुरू कर दिया है। कोरोना से संक्रमित पाए जाने के बाद वह दो हफ्ते तक क्वारंटाइन में रहे और वह शनिवार को मुंबई के खिलाफ पहले मैच में नहीं खेल पाए, जिसमें टीम को पांच विकेट से जीत मिली।
रितुराज गायकवाड़ के ट्रेनिंग शुरू करने बाद ट्विटर पर चेन्नई सुपरकिंग्स ने उनकी फोटो शेयर की और कहा पहली चीज जो आप सोमवार की सुबह देखना चाहेंगे। देखिए कौन वापस आया है! आइपीएल शुरू होने से पहले सीएसके 13 सदस्य कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। इनमें दो खिलाड़ी शामिल थे। रितुराज के अलावा दीपक चहर भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। चहर समेत टीम के 12 सदस्य पहले ही कोरोना से उबर गए थे और ट्रेनिंग शुरू कर दी थी और उन्हें पहले मैच में खेलने का मौका भी मिला।
गायकवाड़ दुबई में एक अलग क्वारंटाइन फैसलिटी में आइसोलेट थे। उन्हें काफी इंतजार करना पड़ा। चहर के बाद वह संक्रमित पाए गए थे। माना जा रहा था कि वह टीम में सुरेश रैना की जगह लेंगे, जिन्होंने निजी कारणों से आइपीएल से अपना नाम वापस ले लिया। कहा जाता है कि युवा दाएं हाथ के बल्लेबाज ने यूएई जाने से पहले चेन्नई में कैंप के दौरान सीएसके के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को काफी प्रभावित किया था।
आइपीएल के मेडिकल प्रोटोकॉल के अनुसार अगर कोई खिलाड़ी कोरोना से संक्रमित पाया जाता है तो उसे 14 दिन तक क्वारंटाइन में रखा जाता है। इसके बाद लगातार दो रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही उनकी बायो बब्ल में इंट्री होती है। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद खिलाड़ी को मेडिकल टेस्ट से गुजरना पड़ता है, जिसमें कार्डियोवैस्कुलर और लंग फंक्शन टेस्ट शामिल हैं। दोनों टेस्ट यह सुनिश्चित करने के लिए होता है कि खिलाड़ी ट्रेनिंग के लिए फिट है।