IPL 2019 KKR vs RR: कोलकाता की नैया कैसे पार लगाएंगे दिनेश कार्तिक, अब राजस्थान से मुकाबला
केकेआर को प्लेऑफ में पहुंचने के लिए हर मैच जीतने होंगे साथ ही उसे दूसरी टीम पर भी निर्भर रहना होगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। आइपीएल की सबसे अबूझ टीम की बात की जाए तो वह बेशक कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) होगी। यह टीम कब कैसा खेलेगी, बड़े-बड़े क्रिकेट पंडित भी इसका अंदाजा नहीं लगा पाए हैं। केकेआर कभी बेहद संतुलित नजर आती है तो अगले ही मैच में बेहद बिल्कुल असंतुलित। कभी वह बेहद जुझारू दिखती है तो कभी आसानी से हथियार डालने वाली टीम। आइपीएल के पिछले कुछ सत्रों में केकेआर का कमोबेश यही हाल रहा है और मौजूदा सत्र में भी कहानी जुदा नहीं है। शाह रुख की टीम को प्लेऑफ में जगह बनानी है तो अब उसे चमत्कार ही करना होगा। कुछ ऐसा चमत्कार, जो उसने 2014 में किया था। उस साल केकेआर ने लगातार नौ मैच जीतकर दूसरी बार आइपीएल की चमचमाती ट्राफी पर कब्जा जमाया था। लगातार पांच मैच हारकर केकेआर ने खुद को ऐसी परिस्थिति में ला दिया है कि उसे न सिर्फ अब आखिरी चारों मैच जीतने होंगे, बल्कि दूसरी टीमों के नतीजों पर भी निर्भर रहना पड़ सकता है।
कार्तिक पर है दोहरा दबाव : केकेआर के कप्तान दिनेश कार्तिक इस समय दोहरे दबाव में हैं। फिलहाल उनकी न तो कप्तानी चल रही और न बल्लेबाजी। पिछले सत्र में अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले कार्तिक इस सत्र में अब तक 16.71 की औसत से महज 117 रन ही बना पाए हैं। उनकी कप्तानी में इस सत्र में कोलकाता अबतक 10 में से सिर्फ चार मैच जीत पाई है। इससे उनकी कप्तानी पर भी खतरा मंडराने लगा है।
ले डूबी है रसेल पर निर्भरता : यह कहना गलत नहीं होगा कि कोलकाता को आंद्रे रसेल पर निर्भरता ले डूबी है। रसेल का बल्ला नहीं चलता तो कोलकाता का और भी बुरा हाल होता। लगातार पांच हार वाकई दर्शा रही है कि टीम में कुछ भी सही नहीं चल रहा। केकेआर को कई दफा दफा जीत दिलाने वाली सुनील नरेन, पीयूष चावला और कुलदीप यादव की स्पिन तिकड़ी का जादू इस बार नहीं चल रहा। इस तिकड़ी ने पिछले 10 मैचों में कुल 16 विकेट लिए हैं, जो कभी उनमें से एक गेंदबाज के विकेटों का आंकड़ा हुआ करता था। कुलदीप के खाते में इस सत्र में अब तक सिर्फ चार विकेट हैं। खराब प्रदर्शन के कारण कुलदीप को हैदराबाद के खिलाफ पिछले मैच में अंतिम एकादश में जगह नहीं मिल पाई थी। कोलकाता की तेज गेंदबाजी भी औसत दर्जे की रही है।
राजस्थान भी हार की मरुभूमि में : दूसरी तरफ राजस्थान रॉयल्स की हालत केकेआर से भी बदतर है। वह 10 मैचों में सिर्फ तीन मैच ही जीत पाई है। उसे भी कोई चमत्कार ही प्लेऑफ में पहुंचा सकता है। इस टीम ने अजिंक्य रहाणे को हटाकर स्टीव स्मिथ को कप्तान बनाया लेकिन नतीजों पर खास फर्क नहीं पड़ा है। अलबत्ता रहाणे फॉर्म में जरूर लौटे हैं। उन्होंने दिल्ली के खिलाफ पिछले मैच में नाबाद 105 रन बनाए। इसके बावजूद उनकी टीम को एक और हार का दंश झेलना पड़ा।