IPL 2019 KKR vs DC: दिल्ली से पिछली हार का बदला लेने को तैयार केकेआर
घरेलू मैदान पर कोलकाता के पास बदला लेने का अच्छा मौका है। दिल्ली ने कोलकाता को कोटला में सुपर ओवर में मात दी थी।
कोलकाता। चार मैच के बाद कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) अपने मैदान में लौटी है। अगले सात दिनों में उसे ईडन गार्डेंस स्टेडियम में तीन मैच खेलने हैं, जिनमें से पहले दो मैच उन्हीं टीमों के खिलाफ हैं, जिनसे नए सत्र में वह अब तक जीत नहीं पाई है। पहला मुकाबला शुक्रवार को दिल्ली कैपिटल्स से है, जिसमें नाइटराइडर्स दिल्ली से उसके घरेलू मैदान फिरोजशाह कोटला में मिली हार का बदला लेना चाहेंगे।
घरेलू मैदान पर कोलकाता के पास बदला लेने का अच्छा मौका है। दिल्ली ने कोलकाता को कोटला में सुपर ओवर में मात दी थी। पृथ्वी शॉ की शानदार बल्लेबाजी के बाद सुपर ओवर में तेज गेंदबाज कैगिसो रबादा अपने शानदार यॉर्कर से आंद्रे रसेल का स्टंप उखाड़कर मैच के हीरो बने थे। जबर्दस्त फॉर्म में चल रहे रसेल ईडन में रबादा से हिसाब बराबर जरूर करना चाहेंगे, वहीं रबादा भी दिल्ली को कोलकाता पर दोहरी जीत दिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
'वन मैन आर्मी' बनती जा रही कोलकाता: कोलकाता के लिए रसेल का जबर्दस्त फॉर्म बहुत अच्छी बात है, लेकिन सिर्फ उन्हीं का चलना बहुत गंभीर मसला भी। कोलकाता के पहले छह मैचों पर गौर करें तो वह 'वन मैन आर्मी' की तरह नजर आई है। 'जमैकन जाइंट' रसेल ने पांच पारियों में 257 रन बनाए हैं, जिनमें से 150 रन उन्होंने सिर्फ छक्कों से बनाए। नीतीश राणा व रॉबिन उथप्पा ने पहले दो मैचों में कुछ रन बटोरे, लेकिन उसके बाद उनका बल्ला खामोश पड़ गया। यही हाल सलामी बल्लेबाज क्रिस लिन का भी दिख रहा है। उन्हें कुछ मैचों में रन जरूर मिले, लेकिन उनके फॉर्म में भी निरंतरता नजर नहीं आ रही। कप्तान दिनेश कार्तिक का हाल भी कुछ ऐसा ही है। चेन्नई के खिलाफ पिछले मैच में कोलकाता जिस तरह नौ विकेट गंवाकर सिर्फ 108 रन ही बना पाई, वह उसकी बल्लेबाजी की बिगड़ती हालात बयां कर रहा है। उस मैच में भी करीब आधे रन रसेल के ही थे। यह वही टीम है, जिसने इससे पहले बेंगलुरु के विशाल स्कोर का पीछा करके उसे चौंकाया था।
गेंदबाजी अभी भी मजबूत पक्ष: गेदबाजी कोलकाता के लिए फिलहाल चिंता का सबब नहीं है। टीम में सुनील नरेन, पीयूष चावला और कुलदीप यादव जैसी स्पिन तिकड़ी है, जो मैच-दर-मैच वार्म अप हो रही है और टूर्नामेंट के आगे के चरणों में उनसे शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है। साथ ही रसेल जैसा ऑलराउंडर भी है।
शिखर और पृथ्वी खामोश: दिल्ली को शिखर धवन और पृथ्वी शॉ की सलामी जोड़ी जरूर परेशान कर रही होगी। शिखर का बल्ला शुरुआती दो मैचों के बाद से खामोश है, वहीं पृथ्वी ने भी अब तक सिर्फ कोलकाता के खिलाफ ही 99 रन की उम्दा पारी खेली है। बाकी मैचों में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। रिषभ पंत के बल्ले से भी रन नहीं निकल रहे। राहत की बात यह है कि कप्तान श्रेयस अय्यर रनों के बीच लौटे हैं।
रबादा पर होगी सबकी नजर: ईडन में बेशक दिल्ली के तेज गेंदबाज रबादा पर सबकी नजर होगी, जो छह मैचों में 11 विकेट लेकर इस समय टूर्नामेंट में सबसे आगे चल रहे हैं। ईडन में रसेल और रबादा में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है।