IPL 2019 CSK vs DC: वो तीन कारण जिसकी वजह चेन्नई के खिलाफ हार गई दिल्ली
दिल्ली एक युवा टीम हैलेकिन दिल्ली के पास रिंकी पॉन्टिंग और सौरव गांगुली जैसे थिंक टैंक हैं। उन्होंने आगे के मैचों के लिए नई रणनीति के बारे में सोचना पड़ेगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। मंगलवार को फिरोजशाह कोटला में खेले गए लो स्कोरिंग मैच में दिल्ली कैपिटल्स (DC) को हार का समाना करना पड़ा। एक समय चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए जीत बड़ी ही आसान लग रही थी, लेकिन मैच फिर भी आखिरी ओवर तक गया। सीएसके को 2 गेंद पहले जीत मिली। वैसे तो कोटला कैपिटल्स का घरेलू मैदान है लेकिन जिस तरीके से उन्होंने टीम का चयन किया वह सवाल खड़े करता है। दिल्ली एक युवा टीम है,लेकिन उसके पास रिंकी पॉन्टिंग और सौरव गांगुली जैसे थिंक टैंक हैं। इन दोनों दिग्गजों को आगे के मैचों के लिए नई रणनीति बनाने के बारे में सोचना पड़ेगा। इसके अलावा तीन ऐसे कारण थे जिनके वजह से दिल्ली को हार का सामना करना पड़ा।
1. शिखर धवन: शिखर धवन ने दिल्ली कैपिटल्स की ओर से चेन्नई के खिलाफ सबसे अधिक रन बनाए। उन्होंने 47 गेंदों को सामना करते हुए 108.51 की औसत से 51 रन बनाए। इसके बावजूद वह दिल्ली की हार के मुख्य कारण बने। कोटला की पिच स्लो थी, मतलब गेंद बल्ले पर धीरे आ रही थी। इनिंग की शुरुआत में जब गेंद नई थी तब तेजी से रन बनाए जा सकते थे। सीएसके के लिए शेन वॉटसन ने ऐसा किया, लेकिन धवन ऐसा करने में नाकाम रहे। उनकी धीमी बल्लेबाजी की वजह से बाकि बल्लेबाजों पर दबाव में दिखे। और इसी वजह से पृथ्वी शॉ और रिषभ पंत ने अपने विकेट सस्ते में गंवा दिए। बात सिर्फ बल्लेबाजी की नहीं है, शिखर ने खराब फिल्डिंग का भी नमूना पेश किया। शिखर ने दो कैच भी टपकाए। इशांत शर्मा के पहले ओवर की पांचवी गेंद पर शिखर ने रायुडू का स्लिप में कैच छोड़ दिया। एक मौका था जब धौनी और जाधव के बीच पार्टनरशिप पनप रही थी। 13वें ओवर की आखिरी गेंद पर शिखर ने जाधव का कैच भी छोड़ दिया।
मिडिल ऑर्डर का फ्लॉफ शो: पिछले मैच में दिल्ली के मिडिल ऑर्डर ने बेहतरीन खेल दिखाया था, लेकिन चेन्नई के खिलाफ ऐसा करने नाकाम रही। रिषभ पंत के आउट होने के बाद आख़िरी के पांच ओवर में दिल्ली की टीम मात्र 29 रन ही बना पाई। दिल्ली के ओर से खेल रहे तूफानी बल्लेबाज कोलिन इनग्राम और कीमो पॉल भी कुछ नहीं कर पाए। पॉल ने 4 गेंद का सामना किया पर जडेजा की गेंद उनके लिए अबूझ पहेली बनी रही। पॉल बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए।
खराब फैसले: दिल्ली की कप्तानी युवा श्रेयष अय्यर के कंधों पर है। इस मैच में उनके फैसले भी दिल्ली के हार के कारण बने। स्लो पिच होने के वाबजूद मिस्ट्री स्पिनर संदीप लामिछाने डग आउट में बैठे रहे। बतौर ऑलराउंडर उन्होंने मिडियम पेसर पॉल को मौका दिया जबकि हनुमा विहारी एक अच्छे विकल्प हो सकते थे। अय्यर ने अपने गेंदबाजों का भी सही इस्तेमाल नहीं किया। दिल्ली के प्रमुख तेज गेंदबाज रबाडा अपना 4 ओवर का कोटा भी नहीं पूरा कर सके। रबाडा को आखिरी ओवर में बॉलिंग कराई गई जबकि उनका इस्तेमाल 17वें या 18वें ओवर में किया जा सकता था।