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IPL 2021 स्थगित होने से बीसीसीआइ को होगा 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान

आइपीएल स्थगित होने से बीसीसीआइ को ब्रॉडकास्टिंग और स्पॉनरशिप को लेकर 2000 करोड़ से ज्यादा का नुकसान होना तय है। बीसीसीआइ के सूत्र ने बताया कि बीच सीजन में लीग के स्थगित होने से 2000 से 2500 करोड़ रुपये का नुकसान होना तय है।

By TaniskEdited By: Published: Tue, 04 May 2021 07:57 PM (IST)Updated: Tue, 04 May 2021 07:57 PM (IST)
IPL 2021 स्थगित होने से बीसीसीआइ को होगा 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान
IPL 2021 स्थगित होने से बीसीसीआइ को होगा 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान।

नई दिल्ली, एजेंसियां। आइपीएल को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने से बीसीसीआइ को प्रसारण और प्रायोजक राशि में 2000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो सकता है। पिछले दो दिनों में अहमदाबाद और नई दिल्ली में खिलाडि़यों और सहयोगी स्टाफ के बीच कोविड-19 के कई मामले सामने आने के बाद बीसीसीआइ को आइपीएल को स्थगित करने को बाध्य होना पड़ा।

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बीसीसीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'इस सत्र को बीच में स्थगित करने से हमें 2000 से 2500 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है। मैं कहूंगा कि 2200 करोड़ रुपये की राशि अधिक सटीक होगी।' इस 52 दिन चलने वाले 60 मैचों के टूर्नामेंट का समापन 30 मई को अहमदाबाद में होना था। हालांकि, सिर्फ 24 दिन क्रिकेट खेला गया और इस दौरान 29 मैचों के आयोजन के बाद वायरस के कारण टूर्नामेंट को स्थगित करना पड़ा।

बीसीसीआइ को सबसे अधिक नुकसान स्टार स्पो‌र्ट्स से टूर्नामेंट के प्रसारण अधिकारी से मिलने वाली राशि का होगा। स्टार का पांच साल का अनुबंध 16347 करोड़ रुपये का है, जो प्रति वर्ष 3269 करोड़ रुपये से कुछ अधिक होता है। अगर सत्र में 60 मैच होते हैं तो प्रत्येक मैच की राशि लगभग 54 करोड़ 50 लाख रुपये बनती है। स्टार अगर प्रति मैच के हिसाब से भुगतान करता है तो 29 मैचों की राशि लगभग 1580 करोड़ रुपये होती है। ऐसे में बोर्ड को 1690 करोड़ का नुकसान होगा।

इसी तरह मोबाइल निर्माता वीवो टूर्नामेंट के मुख्य प्रायोजक के रूप में प्रति सत्र 440 करोड़ रुपये का भुगतान करता है और टूर्नामेंट के स्थगित होने के कारण बीसीसीआइ को आधी से कम राशि मिलने की उम्मीद है। अनअकेडमी, ड्रीम 11, सीरेड, अपस्टॉक्स और टाटा मोटर्स जैसी सहायक प्रायोजक कंपनियां भी हैं, जिसमें से प्रत्येक प्रति सत्र लगभग 120 करोड़ रुपये के आसपास भुगतान करती हैं। अधिकारी ने कहा, 'सभी भुगतानों को आधा या इससे कुछ कम कर दिया जाए और आपको लगभग 2200 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। असल में नुकसान इससे कहीं अधिक हो सकता है, लेकिन यह सत्र का अनुमानित नुकसान है।'

इस नुकसान से केंद्रीय राजस्व पूल (बीसीसीआइ जो पैसा आठ फ्रेंचाइजियों को बांटता है) की राशि भी लगभग आधी हो जाएगी। अधिकारी ने हालांकि यह नहीं बताया कि टूर्नामेंट के निलंबित होने से प्रत्येक फ्रेंचाइजी को कितना नुकसान होगा। खिलाडि़यों को अनुपात की जगह समय के हिसाब से राशि का भुगतान किया जाएगा। खिलाड़ी ने अगर खुद को टूर्नामेंट के एक हिस्से के लिए उपलब्ध रखा है तो वेतन अनुपात के हिसाब से होगा। एक सीनियर खिलाड़ी ने हालांकि कहा कि अनुपात तभी लागू होगा जब कोई खिलाड़ी अपनी मर्जी से टूर्नामेंट के कुछ हिस्से के लिए खुद को उपलब्ध रखेगा। आयोजकों ने टूर्नामेंट को बीच में रोका है और ऐसी स्थिति में फ्रेंचाइजी के कम से कम आधे सत्र का नुकसान होने की संभावना है।


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