EXCLUSIVE: धौनी भाई की ही नहीं, सबकी सुनते हैं कैप्टन कोहली: चहल
क्रिकेट के गलियारे में यह खबरें उड़ती रहती हैं कि भारतीय टीम में कप्तान विराट कोहली की ही चलती है और इसीलिए उन्हें कोई सुझाव नहीं देता लेकिन ऐसा है नहीं।
क्रिकेट के गलियारे में यह खबरें उड़ती रहती हैं कि भारतीय टीम में कप्तान विराट कोहली की ही चलती है और इसीलिए उन्हें कोई सुझाव नहीं देता लेकिन अपना पहला विश्व कप खेलने जा रहे कलाई के स्पिनर युजवेंद्रा सिंह चहल इससे इत्तेफाक नहीं रखते। चहल के मुताबिक भारतीय कप्तान विराट कोहली टीम में जरूरत पड़ने पर सभी से सुझाव लेते हैं और वह महेंद्र सिंह धौनी की ही नहीं बल्कि सबकी सुनते हैं। कोई जूनियर खिलाड़ी भी उन्हें सलाह दे सकता है। विश्व कप में भारत की संभावनाओं और तैयारियों को लेकर युजवेंद्रा सिंह चहल से अभिषेक त्रिपाठी ने खास बातचीत की। पेश है उस बातचीत के प्रमुख अंश :
1. विश्व कप के लिए टीम की और आपकी तैयारियां कैसी हैं ?
विश्व कप के लिए मेरी और टीम की तैयारियां अच्छी हैं और इसको लेकर मैं काफी उत्साहित हूं। वहां जल्द से जल्द पहुंचने का इंतजार कर रहा हूं।
2. 15 सदस्यीय भारतीय टीम को कैसे देख रहे हैं और विश्व कप में भारत से कैसे प्रदर्शन की उम्मीद की जाए?
हमारी टीम काफी अच्छी और संतुलित है। टीम में बल्लेबाज और गेंदबाज सभी अच्छे हैं। आप कह सकते हैं कि हमारी टीम सबसे मजबूत है। हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने की कोशिश करेंगे।
3. इंग्लैंड में आपने पहले भी क्रिकेट खेला है और कहा जा रहा है कि इस बार वहां ज्यादा गर्मी पड़ेगी। ऐसे में इसके लिए आपने कोई खास तैयारी की है ?
देखिए हमें दो अभ्यास मैच खेलने हैं। इन अभ्यास मैचों से हमें अंदाजा लग जाएगा कि वहां विकेट कैसे रहने वाली है। अभ्यास मैचों से वहां के मौसम में भी हम खुद को ढाल लेंगे। ऐसे में वहां जाकर ही अंदाजा लग पाएगा कि विकेट कैसी रहने वाली है। वहां पहुंचने के बाद हमारे पास करीब दो सप्ताह का समय होगा। ऐसे में पहुंचने के बाद ही हम आगे की तैयारी करेंगे।
4. भारतीय टीम में आपके अलावा, कुलदीप और जडेजा को प्रमुख स्पिनरों के तौर पर शामिल किया गया है। क्या आप इसे प्रतिद्वंद्विता के तौर पर ले रहे हैं ?
टीम में अनुभवी खिलाडि़यों के होने से फर्क पड़ता है। जैसे जडेजा भैया हैं काफी अनुभवी हैं और उनके टीम में रहने से हमें मदद मिलेगी और उनसे काफी कुछ सीखने को मिलेगा। वह पहले भी विश्व कप खेल चुके हैं।
5. कहा जा रहा था कि आइपीएल में खेलने से विश्व कप में खिलाड़ी थकान के साथ जाएंगे और इससे प्रदर्शन पर असर पड़ेगा। आप इस मसले को कैसे देखते हैं ?
देखिए आइपीएल एक अच्छा टूर्नामेंट है और इसमें आप बड़े-बड़े खिलाडि़यों के साथ खेलते हैं। ऐसे में अगर वहां अगर आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो आपका आत्मविश्वास बढ़ता है और बढ़े हुए आत्मविश्वास के साथ आप बड़े टूर्नामेंट में जाते हैं तो उसका फायदा मिलता है। थकावट जैसी कोई बात नहीं है क्योंकि हम काफी गर्मी में भी अभ्यास करते हैं। हम जिम कर रहे हैं और अभ्यास कर रहे हैं। ऐसे में थकावट जैसी कोई बात नहीं है।
6. कुलदीप और आपकी जोड़ी जब भी एक साथ खेलती है तो उसका प्रदर्शन अच्छा रहता है लेकिन अगर आप में से कोई अकेला खेले तो उस स्तर का प्रदर्शन देखने को नहीं मिलता। इसकी कोई खास वजह ?
ऐसा कुछ नहीं है। केवल एक दो मुकाबलों में ऐसी चीजें हुई हैं। ऐसा नहीं है कि ये चीजें ज्यादा मैचों में देखने को मिली हैं। जब भी हम साथ या अकेले खेलते हैं तो अच्छा प्रदर्शन करते ही हैं। हां, जब हम दोनों एक साथ खेलते हैं तो दोनों मिलकर टीम के लिए ज्यादा सफलताएं हासिल करते हैं। बस यहीं फर्क है।
7. इंग्लैंड में पाकिस्तान के खिलाफ हुई वनडे सीरीज में ढेरों रन बनते देखे गए। ऐसे में वहां की पिचों को लेकर क्या कहेंगे? स्पिनरों को डरने की जरूरत है क्या?
विकेट का मिजाज वहां के मौसम पर बहुत कुछ निर्भर करता है। इसको इस तरह भी देख सकते हैं कि आने वाले समय में जब विश्व कप शुरू होगा तो उस समय अगर थोड़ी ज्यादा गर्मी होती है तो शायद विकेट सूखी मिले। ऐसे में विकेट स्पिनरों के मुफीद हो जाएंगे।
8. इंग्लैंड के छोटे मैदानों पर बिग हिटर्स को संभालना आपके जैसे स्पिनरों के लिए कितना मुश्किल होता है?
देखिए मुझे छोटे या बड़े मैदान से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता क्योंकि मैंने बेंगलुरू में बहुत मैच खेले हैं। ऐसे में अगर आप अच्छी गेंद डालेंगे तो नतीजा अच्छा मिलेगा। इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता कि मैदान छोटा है या बड़ा। वैसे भी आज-कल के बल्लेबाज आउट होते हैं तो 30 से 40 गज के अंदर ही कैच आउट हो जाते हैं नहीं तो वह सीधे 70 या 80 गज का छक्का मारते हैं। छोटे मैदान होने की वजह से विकेट मिलने की संभावना भी ज्यादा होती है क्योंकि बल्लेबाज बड़े शॉट्स के चक्कर में विकेट गंवाता है।
9. आंद्रे रसेल, कीरोन पोलार्ड या हार्दिक पांड्या जैसे बिग हिटर्स जब आपके सामने आते हैं तो आपके दिमाग में क्या चलता है कि उन्हें कैसे संभालते हैं?
ऐसे बल्लेबाजों के खिलाफ आप खराब गेंद नहीं डाल सकते हैं। मैं जब ऐसे गेंदबाजों के खिलाफ गेंद फेंकता हूं तो मेरी कोशिश रहती है कि मैं उन्हें आउट करूं। मैं बचने की कोशिश नहीं करता और विश्व कप में भी मेरी ऐसी ही कोशिश रहेगी।
10. विश्व कप में खेल रही टीमों में से किसके खिलाफ आप गेंदबाजी करने का लुत्फ उठाना चाहते हैं ?
विश्व कप में खेल रहीं सभी टीमें अच्छी हैं। निश्चित दिन पर निर्भर करता है कि कौन सी टीम अच्छा खेलती है। ऐसे में टीम के हिसाब से हम रणनीति तैयार करते हैं। मेरा तो मानना है कि विश्व कप में खेल रहीं सभी टीमें अच्छी हैं।
11. विराट के साथ आपकी अच्छी बनती है। उनके रहने से टीम को और आपको क्या फायदा मिलता है ?
विराट भाई काफी सकारात्मक खिलाड़ी हैं। वह हमेशा अपने गेंदबाजों का साथ देते हैं। विराट के आस-पास रहने से हमें भी सकारात्मक अनुभूति मिलती है। वह गेंदबाजों को पूरी आजादी देते हैं।
12. धौनी और विराट की जोड़ी को कैसे देखते हैं ?
दोनों के बीच काफी अच्छी बनती है। अगर विराट भाई को कुछ पूछना होता है तो वह धौनी भाई से पूछते हैं और धौनी भाई भी उन्हें अपने सुझाव देते हैं। साथ ही रोहित भैया और शिखर भैया भी हैं। टीम में जब भी विराट भाई को जरूरत पड़ती है तो वे सुझाव देते हैं। हमें भी कुछ लगता है तो हम भी उनसे बोलते हैं कि यह करना चाहिए।
13. हालांकि बाहर ऐसी खबरें हैं कि भारतीय टीम में कोई दूसरा अपना सुझाव नहीं देता है क्योंकि उस पर विचार नहीं होता। क्या ये बात सही है ?
ऐसा तो कुछ नहीं है। जब जिसको लगता है वह सुझाव देता है। बाहर जो भी बात चल रही है वैसी कोई बात नहीं। टीम में सभी मिलकर रहते हैं और जरूरत पड़ने पर विराट भाई को सभी सुझाव देते हैं। जूनियर खिलाड़ी भी सुझाव देते हैं।
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