शशांक मनोहर बने ICC के पहले स्वतंत्र निर्विरोध अध्यक्ष
शशांक मनोहर के बीसीआइ अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अटकलें लगाई जा रही थी कि वो आइसीसी अध्यक्ष चुने जा सकते हैं। आज मनोहर को स्वतंत्र आइसीसी अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध निर्वाचित कर लिया गया है।
नई दिल्ली। शशांक मनोहर के बीसीसीआइ अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अटकलें लगाई जा रही थी कि वो आइसीसी अध्यक्ष पद का चुने लड़ सकते हैं। शशांक मनोहर के इस्तीफा देने के बाद वो आइसीसी के स्वतंत्र अध्यक्ष पद के लिए काफी मजबूत दावेदार माने जा रहे थे। आज मनोहर को स्वतंत्र आइसीसी अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध निर्वाचित कर लिया गया है।
शशांक मनोहर अब इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल आईसीसी के चेयरमैन बन गए हैं। चेयरमैन चुने जाने के बाद उन्होंने कहा कि वह क्रिकेट की बेहतरी के लिए काम करेंगे।
गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) अध्यक्ष पद से शशांक मनोहर ने इस्तीफा दे दिया था साथ ही उन्होंने आइसीसी के चैयरमैन पद से भी इस्तीफा दे दिया था । शशांक मनोहर ने ये इस्तीफा आईसीसी अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए दिया था।
बता दें जगमोहन डालमिया की मौत के बाद शशांक मनोहर को बीसीसीआइ का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
ईमानदार छवि वाले शशांक मनोहर 2008 से 2011 के बीच पहली बार बीसीसीआइ के अध्यक्ष बने थे। मनोहर ने अध्यक्ष बनने के बाद दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड में बदलाव की मुहिम शुरू की। बीसीसीआइ पर जस्टिस लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करने का दबाव है। सुप्रीम कोर्ट चाहती है कि बीसीसीआई में एक राज्य, एक वोट का सिद्धांत लागू हो। अभी महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में 3-3 क्रिकेट संघ हैं जबकि बिहार और पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों की बीसीसीआई में नुमाइंदगी ही नहीं है।
शशांक मनोहर कुछ समय से छुट्टियों पर चल रहे थे ऐसे में ये अटकलें काफी समय से चल रही थीं कि वह अपना पद छोड़ सकते हैं।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त जस्टिस लोढ़ा कमेटी की रिपोर्ट लागू होने की स्थिति में विदर्भ क्रिकेट संघ का वोट हट जाएगा और मनोहर को वैसे ही अध्यक्ष पद छोड़ने की नौबत आ सकती थी। मनोहर आइसीसी अध्यक्ष पद की रेस में भी हैं। आइसीसी में भी 'एक व्यक्ति एक पद' का नियम लागू है।