अंबाती रायडू की जगह इंग्लैंड के खिलाफ वनडे टीम में सुरेश रैना को मिली जगह
अंबाती के यो यो टेस्ट में फेल होने के बाद रैना को उनकी जगह टीम में शामिल किया गया है।
बेंगलुरु, प्रेट्र। इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज से यो-यो टेस्ट में फेल होने के बाद हटे अंबाती रायुडू की जगह टीम में सुरेश रैना को शामिल कर लिया गया है। वहीं रोहित शर्मा को भी यो-यो टेस्ट से गुजरना होगा। रोहित ने रूस में होने के कारण 15 जून को हुआ यो-यो टेस्ट छोडऩे की अनुमति ली थी। जिसके बाद अब उन्हें रविवार को टेस्ट देना होगा।
बीसीसीआइ के जीएम (क्रिकेट ऑपरेशंस) सबा करीम ने कहा कि रोहित ने 15 जून को टेस्ट नहीं देने के लिए अनुमति ली थी। ऐसा कोई नियम नहीं है कि टेस्ट तय समय पर ही हो। ऐसे में वह रविवार को टेस्ट देंगे। उन्होंने कहा कि रायुडू का टेस्ट में फेल होना चौंकाने वाला था, वो भी तब जब उन्होंने आइपीएल के सफल सत्र में 602 रन बनाए हैं।
करीम ने अंबाती के टीम से बाहर होने के बारे में कहा था कि अगर केदार जाधव भी सौ प्रतिशत फिट नहीं होते हैं, तो फिर सुरेश रैना या फिर क्रुणाल पांडया में से किसी एक को भी मौका मिल सकता है। रैना के पास 200 वनडे खेलने का अनुभव है, ऐसे में वह क्रुणाल या मनीष पांडे की जगह टीम प्रबंधन की पहली पसंद हो सकते हैं। पूर्व भारतीय ओपनर और क्रिकेट समीक्षक आकाश चोपड़ा को भी लगता है कि रैना टीम के लिए सही हैं। चोपड़ा ने कहा कि विश्व कप 2019 को देखते हुए रैना को मौका मिलना चाहिए, क्योंकि हार्दिक पांडया आपके पांचवें गेंदबाज के रूप में होंगे, तो शीर्ष छह बल्लेबाजों को हाथ खोलने का मौका मिल सकता है। मैं रिषभ को भी टीम में देखना चाहता हूं, लेकिन धौनी और डीके के रहते यह मुश्किल है।
वहीं पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दीपदास गुप्ता ने कहा था कि क्रुणाल या रैना में से किसी एक का चयन होना चाहिए। शिखर के अलावा मैं टीम में एक और बायें हाथ के बल्लेबाज को शीर्ष छह में देखना चाहता हूं। ऐसे में क्रुणाल या रैना को टीम में होना चाहिए। इसके पीछे मेरा कारण यह है कि हर टीम के पास एक लेग स्पिनर जरूर होता है, तो ऐसे में टीम में एक बायें हाथ का बल्लेबाज मध्यक्रम में होना बेहद आवश्यक है। उनकी खास बात यह है कि दोनों गेंदबाजी भी करा सकते हैं, लेकिन अगर केदार फिट होते हैं तो उनके अलावा कोई विकल्प नहीं रह जाता है।