.जब सचिन ने ऑस्ट्रेलिया में लहराया परचम
दिसंबर 1999 में मेलबर्न टेस्ट में सचिन तेंदुलकर की 116 रन की पारी ने उनके प्रशंसकों की संख्या में और इजाफा किया। ग्लेन मैक्ग्रा, ब्रेट ली, डेमियन फ्लेमिंग और शेन वार्न जैसे दिग्गज गेंदबाजों से सजी ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने चरम पर थी।
नई दिल्ली। दिसंबर 1999 में मेलबर्न टेस्ट में सचिन तेंदुलकर की 116 रन की पारी ने उनके प्रशंसकों की संख्या में और इजाफा किया। ग्लेन मैक्ग्रा, ब्रेट ली, डेमियन फ्लेमिंग और शेन वार्न जैसे दिग्गज गेंदबाजों से सजी ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने चरम पर थी।
पढ़ें: बीसीसीआइ ने रद की पुणे वारियर्स की फ्रेंचाइजी
मैच में उतरने से पहले भारतीय कप्तान सचिन भी बेहद दबाव में थे क्योंकि 1996 (जब सर डॉन ब्रेडमैन ने कहा था कि सचिन में उन्हें अपनी बल्लेबाजी की छाप दिखती है) के बाद वह पहली बार ऑस्ट्रेलिया में खेल रहे थे। साथ ही 1999 विश्व कप में मैक्ग्रा की गेंद पर आउट होने के बाद इस बाद की खूब चर्चा थी कि मैक्ग्रा ने सचिन को आउट करने का तरीका खोज निकाला है।
सचिन ने अपनी प्रतिष्ठा अनुरूप प्रदर्शन किया और 191 गेंद की अपनी पारी में नौ चौके और एक छक्का लगाते हुए विपक्षी टीम के हरेक गेंदबाज की अच्छी तरह खबर ली। उनके बाद टीम की तरफ से सर्वाधिक रन 31 थे जो सौरव गांगुली ने बनाए थे। सचिन ने दूसरी पारी में भी अर्धशतक लगाया, लेकिन वह टीम को 180 रन की हार से बचा नहीं सके।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर