आखिरी वनडे मैच में अब कोहली करेंगे वो काम, कभी नहीं कर सके दूसरे भारतीय कप्तान
भारत ने मंगलवार को पांचवें वनडे मैच में मेजबान टीम को 73 रन से हराकर दक्षिण अफ्रीका में किसी भी प्रारूप में अपनी पहली सीरीज जीती।
पोर्ट एलिजाबेथ, पीटीआइ। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि उनकी टीम शुक्रवार को छठे और अंतिम वनडे में अपनी बेंच स्ट्रेंथ को परख सकती है, लेकिन महज औपचारिकता के इस मैच में उनके जज्बे में कोई कमी नहीं होगी। भारत ने मंगलवार को पांचवें वनडे मैच में मेजबान टीम को 73 रन से हराकर दक्षिण अफ्रीका में किसी भी प्रारूप में अपनी पहली सीरीज जीती।
5-1 से सीरीज़ जीतने पर नज़र
कोहली ने कहा, ‘इस सीरीज को जीतने के बाद हम बैठकर विचार करेंगे कि कहां सुधार किया जा सकता है। फिलहाल 4-1 काफी अच्छा लग रहा है। निश्चित तौर पर हम 5-1 से जीतना चाहते हैं, लेकिन इन हालात में अगले मैच में कुछ और खिलाड़ियों को मौका मिल सकता है, लेकिन हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता जीतना है और हम जीतने के लिए कुछ भी करेंगे।’
अब कोहली करेंगे ये काम
वनडे सीरीज़ के छठे और आखिरी मुकाबले में टीम इंडिया अपनी बेंच स्ट्रेंथ को परख सकती है और कोहली ने भी इस बात के संकेत दिए हैं। इस दौरे पर ये पहला मौका होगा जब कोहली बिना किसी मजबूरी या दबाव के टीम इंडिया की बेंच स्ट्रेंथ को आजमाएंगे। टेस्ट सीरीज़ में पहले दोनों मुकाबले में हार के बाद विराट को तीसरे टेस्ट में भी अपनी कोर टीम के साथ उतरना पड़ा था। इसके बाद 6 मैचों की वनडे सीरीज़ के पहले तीन मैच तो भारत ने जीत लिए थे, लेकिन चौथे मैच में मेजबान ने पलटवार कर कोहली से पांचवें मैच में अपनी बेंच पर बैठे खिलाड़ियों को आजमाने का मौका छीन लिया था। अब उस दौरे पर पहली बार भारतीय टीम बिना किसी प्रेशर के बेंच पर बैठे खिलाड़ियों को मौका देगी। वैसे देखा जाए तो कोहली भारत के पहले ऐसे कप्तान होंगे जो बिना किसी दबाव के द. अफ्रीकी दौरे पर अपनी बेंच स्ट्रेंथ का दम दिखाने का मौका देंगे, क्योंकि प्रोटियाज के खिलाफ उन्हीं के घर में भारत पहली बार सीरीज़ जीता है, तो कोहली पर अब कोई दबाव नहीं है।
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द. अफ्रीका पर था दबाव
सीरीज में कोहली और कलाई के स्पिनरों कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन कप्तान ने कहा कि सीरीज में मिली जीत टीम प्रयास का नतीजा है। मंगलवार को मिली जीत के बाद कोहली ने कहा, ‘मैं काफी खुश हूं। यह हमारी टीम का एक और संपूर्ण प्रदर्शन था। उन (दक्षिण अफ्रीका) पर सीरीज हारने का दबाव था और हम यह जानते थे। जोहानिसबर्ग में तीसरे टेस्ट से हमारा समय अच्छा रहा है। सामूहिक प्रयास के जरिये यह इतिहास रचा गया है।’
चोट ने द. अफ्रीका को दी 'चोट'
दक्षिण अफ्रीका के कार्यवाहक कप्तान एडेन मार्करम ने कहा कि भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन कर इस सीरीज में उनकी कमजोर टीम को पछाड़ दिया। नियमित कप्तान फाफ डु प्लेसिस पहले वनडे के बाद अंगुली में चोट लगने की वजह से सीरीज से बाहर हो गए थे, जबकि एबी डिविलियर्स सीरीज के पहले तीन मैचों के लिए फिट नहीं थे। सीरीज के दौरान विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डि कॉक को भी चोट लग गई।
भारत को जाता है जीत का श्रेय
मार्करम ने कहा, ‘सबसे पहले भारत को इसका श्रेय जाता है। हमारी बल्लेबाजी अच्छी नहीं थी। जब आप विकेट गंवाते हो तो आपको लय बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा है। उन्होंने अपनी योजनाओं के मुताबिक खेल खेला, इसलिए जिस तरह से वे खेले उन्हें इसका श्रेय जाता है।’ एक मैच को छोड़कर दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों के सामने संघर्ष करते नजर आए और यह सीरीज में दोनों टीमों के बीच बड़ा अंतर साबित हुआ।
मार्करम ने कहा, ‘मेरा मानना है कि हमें सीरीज में उनके स्पिनरों को बेहतर तरीके से खेलना था। यह सीखने की प्रक्रिया है। अब भी खेल में काफी कुछ गर्व करने वाला है और हम सीरीज का अंत सकारात्मक तरीके से करना चाहेंगे।’ सीरीज का अंतिम मैच सेंचुरियन में शुक्रवार को खेला जाएगा।