Ind vs NZ: विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह ने ODI सीरीज में बनाया शर्मनाक रिकॉर्ड
Indian loose ODI series टीम इंडिया के दो बड़े स्टार खिलाड़ी विराट और बुमराह के प्रदर्शन ने टीम इंडिया की हार में बड़ी भूमिका निभाई।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय वनडे टीम में न्यूजीलैंड के खिलाफ बल्लेबाजी और गेंदबाजी में जो दो सबसे स्टार खिलाड़ी थे वो थे विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह। रोहित की गैरमौजूदगी में टीम में विराट से बड़ा बल्लेबाज कोई नहीं था और बुमराह टीम के स्टार गेंदबाज हैं और पूरी दुनिया उनका लोहा मानती है। अब जब टीम के दो बड़े स्टार खिलाड़ी ही नहीं चले तो टीम को जीत कैसे मिल सकती है ये शायद बड़ा सवाल है। न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के दौरान विराट व बुमराह दोनों ने ही निराश किया और नतीजा ये रहा कि हमें वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा।
विराट ने पहली बार कप्तान के तौर पर द्विपक्षीय वनडे सीरीज में बनाए सबसे कम रन
विराट कोहली के लिए भारतीय वनडे कप्तान के तौर पर न्यूजीलैंड का ये दौरा काफी खराब रहा। इस वनडे सीरीज में बेहद मजबूत टीम इंडिया को क्लीन स्वीप का सामना तो करना ही पड़ा वहीं विराट कप्तान के तौर पर पहली बार किसी द्विपक्षीय वनडे सीरीज में सबसे कम रन बनाए। इससे पहले किसी भी द्विपक्षीय वनडे सीरीज में विराट ने कप्तान के तौर पर इतने कम रन नहीं बनाए थे। इस वनडे सीरीज में विराट की खराब बल्लेबाजी भी टीम की हार की प्रमुख वजह रही। उन्होंने तीन वनडे मैचों में 25 की औसत से सिर्फ 75 रन बनाए उनका बेस्ट स्कोर 51 रन रहा और तीन मैचों में उन्होंने सात चौके व एक छक्का लगाया।
कप्तान के तौर पर द्विपक्षीय वनडे सीरीज में विराट के सबसे कम रन
75 रन विरुद्ध न्यूजीलैंड (2020)
89 रन विरुद्ध वेस्टइंडीज (2019)
148 रन विरुद्ध न्यूजीलैंड (2019)
जसप्रीत बुमराह को पहली बारी द्विपक्षीय वनडे सीरीज में नहीं मिला एक भी विकेट
जसप्रीत बुमराह के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला गया ये वनडे सीरीज ज्यादा अच्छा नहीं रहा। न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में आलम ये रहा कि दुनिया के कुछ शानदार गेंदबाजों में शुमार बुमराह को एक भी विकेट नहीं मिला। भारत के सबसे बड़े विकेट टेकर गेंदबाज के तौर पर मशहूर बुमराह न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाने में सफल नहीं रहे और इससे पता चलता है कि शायद कीवी बल्लेबाजों ने उनसे खिलाफ शानदार रणनीति बनाई थी और वो उसमें कामयाब भी रहे। बुमराह पहली बार अपने वनडे करियर में किसी द्विपक्षीय वनडे सीरीज में एक भी विकेट ले पाने में कामयाब नहीं हो पाए और ये शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।