बीबीएल में सबसे पहले खेलने वाले इस भारतीय क्रिकेटर ने भारत को 2012 में दिलाया था U19 वर्ल्ड कप खिताब
उन्मुक्त चंद की कप्तानी में भारत ने 2012 में आस्ट्रेलिया में आइसीसी अंडर -19 विश्व कप जीता था। उन्होंने पिछले साल अगस्त में भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया जिससे वह विदेशों में लीग खेलने के योग्य हो गए।
मेलबर्न, प्रेट्र। अंडर-19 विश्व कप के पूर्व विजेता कप्तान उन्मुक्त चंद मंगलवार को आस्ट्रेलिया की बिग बैश टी-20 लीग (बीबीएल) में मेलबर्न रेनेगेड्स के लिए पदार्पण करने के साथ ही इसमें खेलने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बन गए। दायें हाथ के 28 साल के बल्लेबाज उन्मुक्त ने बीबीएल में होबार्ट हरिकेंस के खिलाफ पदार्पण किया। रेनेगेड्स ने टीम की जर्सी में उनकी तस्वीर के साथ ट्वीट किया, 'नया रंग आप पर जच रहा है उन्मुक्त चंद।'
उन्मुक्त चंद की कप्तानी में भारत ने 2012 में आस्ट्रेलिया में आइसीसी अंडर -19 विश्व कप जीता था। उन्होंने पिछले साल अगस्त में भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया, जिससे वह विदेशों में लीग खेलने के योग्य हो गए। अंडर -19 विश्व कप की सफलता के बाद उन्होंने भारत-ए टीम का भी नेतृत्व किया, लेकिन कभी सीनियर टीम का हिस्सा नहीं बन सके। उन्मुक्त चंद का शुरुआती क्रिकेट करियर काफी शानदार रहा था, लेकिन बाद में उनका प्रदर्शन ऐसा कुछ खास नहीं रहा जिसकी वजह से उन्हें भारतीय टीम में खेलने का मौका मिल पाता। भारतीय टीम में मौका नहीं मिलने की वजह से ही उन्होंने भारतीय क्रिकेट से सभी फार्मेट से संन्यास ले लिया ताकि उन्हें विदेश में खेलने का मौका मिल सके।
उन्मुक्त चंद ने भारतीय घरेलू क्रिकेट में खेला जबकि उन्हें आइपीएल में भी कई टीमों की तरफ से खेलने का मौका मिला। घरेलू क्रिकेट में उन्होंने दिल्ली का प्रतिनिधित्व किया तो वहीं आइपीएल में वो मुंबई और राजस्थान जैसी टीम के साथ खेलते नजर आए। उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने 67 मैचों में 31.57 की औसत से 3379 रन बनाए थे जबकि 77 कैच पकड़े थे। वहीं उन्होंने 120 फर्स्ट क्लास मैचों में 41.33 की औसत से 4505 रन बनाए थे और विकेट के पीछे 52 कैच और 4 स्टंप आउट किए थे। वहीं 78 टी20 मैचों में उन्होंने 1571 रन बनाए थे। उन्होंने फर्ल्ट क्लास मैच में 8, लिस्ट ए में 7 जबकि टी20 में 3 शतक लगाए हैं।