विदेश में भारत की दो सबसे बड़ी जीत के साथ यह अजब संयोग
भारत ने कोलंबो में दूसरे टेस्ट मैच में श्रीलंका को 278 रनों से हरा दिया। यह विदेशी धरती पर रनों के लिहाज से भारत की
कोलंबो। भारत ने कोलंबो में दूसरे टेस्ट मैच में श्रीलंका को 278 रनों से हरा दिया। यह विदेशी धरती पर रनों के लिहाज से भारत की दूसरी बड़ी जीत है। भारत ने विदेशी धरती पर रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत लीड्स में इंग्लैंड पर 1986 में दर्ज की थी।
भारत की इन दो जीत के साथ एक अजब संयोग यह रहा कि इन दोनों जीत में टीम इंडिया में 'बिन्नी' शामिल रहा। 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ जीत में रॉजर बिन्नी ने अहम भूमिका निभाई थी। भारत ने यह 279 रनों से जीता था। 408 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की दूसरी पारी 128 रनों पर सिमटी थी। बिन्नी ने पहली पारी में 40 रनों पर 5 विकेट लेते हुए इंग्लैंड की पहली पारी को 102 रनों पर समेटने में अहम भूमिका निभाई थी। बिन्नी ने दूसरी पारी में भी 18 रनों पर 2 विकेट झटके थे। वैसे जून 1986 में हुए इस मैच में दिलीप वेंगसरकर मैन ऑफ द मैच चुने गए थे, उन्होंने टीम की जीत में 61 और 102 रनों का योगदान दिया था।
भारत ने विदेशी धरती पर रनों के लिहाज से दूसरी बड़ी जीत अब कोलंबो में श्रीलंका पर दर्ज की, कोहली की अगुआई वाली टीम इंडिया ने एंजेलो मैथ्यूज की श्रीलंकाई टीम को 278 रनों से हराया। इस बार मेहमान टीम में स्टुअर्ट बिन्नी (रॉजर बिन्नी के बेटे) शामिल है। वैसे बिन्नी इस मैच में अहम योगदान नहीं दे पाए, लेकिन टीम में उनकी उपस्थिति ने विदेशी धरती पर बड़ी जीत के साथ अजब संयोग अवश्य जोड़ दिया।