भारत की प्लेइंग इलेवन में होने जा रहे हैं ये बदलाव, टीम मैनेजमेंट बढ़ाएगा सख्ती
ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल हारने के बाद भारतीय टीम में खलबली मच गई है। खासकर टीम मैनेजमेंट और ड्रेसिंग रूम में नई योजनाएं बनाई जा रही हैं और कुछ खिलाड़ियों को कुछ दिन प्लेइंग इलेवन से बाहर बैठना पड़ सकता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। ICC World Test Championship का फाइनल हारते ही भारतीय टीम में बदलाव करने की मांग उठ रही है। यहां तक कि टीम मैनेजमेंट ने भी इस बारे में सोचना शुरू कर दिया है। इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त में शुरू हो रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इस पर टीम मैनेजमेंट, कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली के बीच मंथन जारी है। यहां तक कि कुछ खिलाड़ियों की छुट्टी प्लेइंग इलेवन से हो सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारतीय टीम में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कम से कम तीन बदलाव देखे जाएंगे और तीनों फैसले हैरान कर सकते हैं। टॉप ऑर्डर से लेकर मध्य क्रम और मध्य क्रम से लेकर गेंदबाजी विभाग में कुछ बदलाव करने का मन मैनेजमेंट ने बनाया है। माना जा रहा है कि रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरुआत शुभमन गिल नहीं, बल्कि मयंक अग्रवाल करते नजर आएंगे, क्योंकि उन्होंने WTC के मैचों में शानदार प्रदर्शन किया था, जबकि गिल उतना प्रभावशाली नहीं रहे और फाइनल में भी वे बेअसर थे।
इसके अलावा टीम मैनेजमेंट भारतीय कप्तान विराट कोहली नंबर तीन पर बल्लेबाजी के लिए प्रमोट कर सकता है। ऐसे में विशेषज्ञ बल्लेबाज के तौर पर खेल रहे चेतेश्वर पुजारा को प्लेइंग इलेवन से बाहर होना पड़ सकता है। विराट को प्रमोट करने के पीछे टीम मैनमेंट का उद्देश्य केएल राहुल और हनुमा विहारी जैसे बल्लेबाजों को प्लेइंग इलेवन में फिट करने का है, जो फायदेमंद साबित हो सकता है। चेतेश्वर पुजारा काफी समय से अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर पा रहे हैं और न ही विकेट बचाने में सफल हो रहे हैं। ऐसे में उनको बाहर किया जा सकता है।
गेंदबाजी विभाग में इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में रोटेशन पॉलिसी देखी जा सकती है। इसके अलावा ऑलराउंडर के तौर पर शार्दुल ठाकुर को प्लेइंग इलेवन में शामिल किए जाने की योजना है, क्योंकि वे गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी योगदान देने में सक्षम है। अगर ऐसा है तो फिर आइसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन ऑलराउंडर की कुर्सी हासिल कर चुके रवींद्र जडेजा को बाहर बैठना पड़ सकता है, क्योंकि आर अश्विन एक स्पिनर के तौर पर खेल सकते हैं। हालांकि, एक तेज गेंदबाज के स्थान पर भी शार्दुल को मौका दिया जा सकता है।