T20 world cup 2021 final Australia vs New Zealand: इतिहास दोहराएगा या टूटेगा 40 साल का सब्र
T20 world cup 2021 final Australia vs New Zealand सबसे बड़ा सवाल यह है कि 40 साल तक न्यूजीलैंड की टीम जो नहीं कर पाई वह रविवार को टी-20 विश्व कप के फाइनल में होगा या आस्ट्रेलियाई टीम फिर से इतिहास दोहराएगी?
अभिषेक त्रिपाठी, दुबई। 29 जनवरी 1981 को जेफ होवर्ट की कप्तानी में न्यूजीलैंड ने बेंसन एंड हेजेस विश्व सीरीज कप के पहले फाइनल में आस्ट्रेलिया को 78 रनों से हराया था। इसके बाद इन दोनों देशों की टीमों की 16 नाकआउट मैचों में भिड़ंत हुई है और उसमें हर बार आस्ट्रेलिया जीता है। होवर्ट के बाद जेरेमी कोने, जेफ क्रो, जान राइट, मार्टिन क्रो, इयान स्मिथ, केन रदरफोर्ड, ली जर्मन, स्टीफन फ्लेमिंग, डियोन नैश, डेनियल विटोरी, रास टेलर, ब्रेंडन मैकुलम, टाम लाथम कीवी कप्तान बनकर जो नहीं कर सके, उसे करने का मौका केन विलियमसन के पास है। दोनों टीमों ने इस टूर्नामेंट में अब तक सिर्फ 12-12 खिलाडि़यों को मौका दिया है और सुपर-12 का सिर्फ एक-एक मैच गंवाया है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि 40 साल तक न्यूजीलैंड की टीम जो नहीं कर पाई वह रविवार को टी-20 विश्व कप के फाइनल में होगा या आस्ट्रेलियाई टीम फिर से इतिहास दोहराएगी?
दोनों टीमें हैं फार्म में : टी-20 विश्व कप की ट्राफी दोनों तस्मानियाई टीमों ने अब तक नहीं जीती है, तो इतना तो तय है कि इस बार दुनिया को क्रिकेट के सबसे छोटे फार्मेट में नया चैंपियन मिलेगा। दोनों टीमों ने अपने सेमीफाइनल मुकाबले जिस अंदाज में जीते थे, उसे देखते हुए एक और धमाकेदार मैच की उम्मीद की जा सकती है। ग्रुप चरण में न्यूजीलैंड सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने वाली टीम रही है। टीम ने सेमीफाइनल में टूर्नामेंट जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही इंग्लिश टीम के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी का भी नजारा पेश किया। मार्टिन गुप्टिल का आस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 में रिकार्ड काफी अच्छा है और उनके सलामी जोड़ीदार डेरिल मिशेल भी अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलने के बाद फाइनल में खेलेंगे।
कप्तान केन विलियमसन से बड़ी पारी का इंतजार है और रविवार को उनसे इस मौके पर अच्छा करने की उम्मीद है। जेम्स नीशाम ने इंग्लैंड के खिलाफ मध्य क्रम में अपनी अहमियत साबित की लेकिन न्यूजीलैंड को डेवोन कोन्वे की सेवाओं की कमी खलेगी जो सेमीफाइनल में आउट होने की निराशा में बल्ला पटकने के कारण हाथ चोटिल करा बैठे जिससे उनकी जगह टिम सिफर्ट खेलेंगे। टिम साउथी और ट्रेंट बोल्ट की अनुभवी तेज गेंदबाजी जोड़ी से आस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज आरोन फिंच और डेविड वार्नर पर पावरप्ले में लगाम कसे रखने की उम्मीद है। एडम मिल्ने ने भी तीसरे तेज गेंदबाज के तोर पर अच्छा काम किया है जबकि लेग स्पिनर ईश सोढ़ी मध्य के ओवरों में प्रभावशाली रहे हैं। न्यूजीलैंड का यह पहला टी-20 विश्व कप फाइनल है। अगर वे इसे जीत जाते हैं तो यह उनके लिए शानदार उपलब्धि होगी। यहां से लगातार विश्वस्तरीय खिलाड़ी निकलते रहते हैं।
स्पिनर से बचना होगा : 2020 की शुरुआत से आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का टी-20 में लेग स्पिनर के खिलाफ औसत 14 का है। सेमीफाइनल में शादाब खान ने चार विकेट लेकर आस्ट्रेलिया को लगभग हरा ही दिया था। कीवी लेग स्पिनर ईश सोढ़ी आस्ट्रेलिया के खिलाफ नौ मैचों में 12.7 के स्ट्राइक रेट से 16 विकेट ले चुके हैं। वह फिंच और स्टोइनिस को तीन-तीन बार आउट कर चुके हैं। वार्नर ने तो सोढ़ी की आठ गेंद ही खेली हैं और दो बार आउट हुए हैं। वहीं मिशेल सैंटनर ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 95 गेंदों पर सिर्फ 93 रन दिए हैं और पांच विकेट लिए हैं। सिर्फ मिशेल मार्श ने उनके सामने 120 से अधिक के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं।
आस्ट्रेलिया ने लय पकड़ी : हमेशा चैंपियन मानी जा रही आस्ट्रेलियाई टीम इस बार खिताब की दावेदार नहीं थी। वार्नर-फिंच फार्म में नहीं थे, टीम का मनोबल नीचा था लेकिन विश्व कप में इस टीम को पता नहीं क्या हो जाता है? वार्नर ने फार्म पकड़ ली। एक मैच के अलावा सभी मुकाबलों में उसने सामने वाली टीम को हरा दिया। सेमीफाइनल में मार्कस स्टोइनिस और विकेटकीपर मैथ्यू वेड ने कमाल कर दिया। वेड टीम से बाहर होने की कगार पर थे और उन्होंने आस्ट्रेलिया को फाइनल में पहुंचा दिया। फिंच सेमीफाइनल में पाकिस्तान के शाहीन शाह अफरीदी की तेज इनस्विंगर से गच्चा खा गए थे लेकिन वह भी बड़े मैचों के जादूगर माने जाते हैं। पिछली दो पारियों में वार्नर ने दिखा दिया है कि उनकी बूढ़ी हड्डियों में अभी बहुत दम है। ग्लेन मैक्सवेल और स्टीव स्मिथ भी कुछ बेहतर करना चाहेंगे। मार्कस स्टोइनिस और मैथ्यू वेड ने आस्ट्रेलियाई टीम में नई जान फूंक दी है। टीम की गेंदबाजी पहले से ही बढि़या है। लेग स्पिनर एडम जांपा ने टूर्नामेंट में 10.91 के औसत से 12 विकेट चटकाए हैं। मैक्सवेल आफ स्पिन करते ही हैं। मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड की तेज गेंदबाजी तिकड़ी न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पहला टी-20 मैच खेलेगी। इनमें से कोई भी चला तो सामने वाले बल्लेबाजों की खैर नहीं।
टीमें :
आस्ट्रेलिया : आरोन फिंच (कप्तान), एशटन एगर, पैट कमिंस, जोश हेजलवुड, जोश इंगलिस, मिशेल मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, केन रिचर्डसन, स्टीव स्मिथ, मिशेल स्टार्क, मार्कस स्टोइनिस, मिशेल स्वेपसन, मैथ्यू वेड (विकेटकीपर), डेविड वार्नर, एडम जांपा।
न्यूजीलैंड : केन विलियमसन (कप्तान), टाड एस्टल, ट्रेंट बोल्ट, मार्क चैपमैन, एडम मिल्ने, मार्टिन गुप्टिल, काइल जैमिसन, डेरिल मिशेल, जेम्स नीशाम, ग्लेन फिलिप्स, मिशेल सैंटनर, टिम सिफर्ट (विकेटकीपर), ईश सोढ़ी, टिम साउथी।
मैदान और पिच रिपोर्ट
दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में हुए पिछले 17 रात्रि मुकाबलों में 16 बार लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम जीती है। सिर्फ आइपीएल फाइनल में धौनी की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स ने कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ 192 रनों का बचाव किया था। यहां पर अगर जिस टीम की पहले बल्लेबाजी आती है उसे कम से कम 180 रन बनाने होंगे। यहां पर 20 टी-20 मैचों में ऐसा हुआ है जब टीम ने 180 या उससे ज्यादा रन बनाए हैं तो उसमें से 19 बार मैच जीते हैं। एक मैच टाई हुआ इसलिए अगर कोई टीम टास हार भी जाती है और उसे पहले बल्लेबाजी करनी पड़ती है तो उसे इस लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
नंबर गेम -
- 05 वनडे विश्व कप आस्ट्रेलिया ने जीते हैं लेकिन टी-20 विश्व कप उसके नाम नहीं है।
- 00 है न्यूजीलैंड का विश्व कप रिकार्ड। उसके पास पहला विश्व कप जीतने का मौका है।
-2016 टी-20 विश्व कप में सुपर-10 चरण के मैच में न्यूजीलैंड ने आस्ट्रेलिया को हराया था।
-2015 में वनडे विश्व कप के फाइनल में भिड़ी थीं। यह दोनों टीमों के बीच आखिरी विश्व कप फाइनल मुकाबला था। आस्ट्रेलिया ने तब आखिरी बार कोई आइसीसी टूर्नामेंट जीता था।
-04 पिछले विश्व कप फाइनल (वनडे व टी-20) में लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम विजेता बनी है।
-03 लगातार आइसीसी टूर्नामेंट के फाइनल (2019 वनडे विश्व कप, 2021 डब्ल्यूटीसी व 2021 टी-20 विश्व कप) में पहुंची है न्यूजीलैंड की टीम। पहली टेस्ट चैंपियन है यह टीम।
-12 विकेट छह मुकाबलों में ले चुके हैं एडम जांपा। उन्होंने सिर्फ 5.69 के इकोनामी से रन दिए हैं।