पाकिस्तान सुपर लीग में लाइव मैच के दौरान हुआ मोबाइल का इस्तेमाल, PCB ने दी सफाई
पाकिस्तान सुपर लीग का पांचवां सीजन अपने शुरुआत में ही विवादों में आ गया।
नई दिल्ली, जेएनएन। Pakistan super league 2020 controversy: पाकिस्तान सुपर लीग यानी पीएसएल अपने पांचवें सीजन की शुरुआत में ही विवादों में आ गया। इस बार इस पूरे लीग का आयोजन पाकिस्तान में ही किया जा रहा है, लेकिन इसकी शुरुआत ही विवादों के साथ हुई। हुआ ये कि पेशावल जल्मी और कराची किंग्स के बीच खेले गए मुकबले के दौरान डगआउट में टीम के जुड़े लोग मोबाइल फोन पर बातचीत करते नजर आए। इस तस्वीर के वायरल होने के बाद इस लीग और साथ ही साथ पीसीबी की काफी किरकिरी हो रही है।
आइसीसी के नियम के मुताबिक डग आउट व ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों को मोबाइल फोन इस्तेमाल करना मना है। बातचीत के लिए टीम मैनेजमेंट सिर्फ वॉकी टॉकी का इस्तेमाल कर सकता है। वहीं पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज ने डगआउट में फोन इस्तेमाल किए जाने की एक तस्वीर शेयर की और कहा कि ये काफी गलत है।
कराची किंग्स के कोच डीन जोंस ने इस मामले पर अपनी बात सामने रखी है।
आपको बता दें कि इस मैच की 13वीं पारी में एक शख्स को डगआउट में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए देखा गया। तस्वीर देखकर ऐसा लग रहा है कि टीम का कोई खिलाड़ी या सदस्य मोबाइल पर बात कर रहा है। डीन जोंस ने बताया कि फोन पर बात कर रहा शख्स कराची किंग्स के सीईओ तारिक हैं। उन्होंने कहा कि सीईओ सिर्फ अपना काम कर रहे थे और टीम के अभ्यास सत्र की व्यवस्था कर रहे थे। हालांकि अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि फोन पर बात कर रहा शख्स टीम का सीईओ ही है। डीन जोंस ने कहा कि टी 20 क्रिकेट में सीईओ और मैनेजर को मोबाइल इस्तेमाल करने की इजाजत होती है।
आपको बता दें कि पेशावर और कराची के बीच खेला गया ये मुकाबला काफी रोमांचक रहा और इसमें कराची को दस रन से जीत मिली। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए कराची ने बाबर आजम (78) और कप्तान इमाद वसीम (50) के शानदार अर्धशतक के दम पर चार विकेट के नुकसान पर 201 रन बनाए. जिसके जवाब में पेशावर की टीम निर्धारित ओवर में 191 रन ही बना पाई और उसे 10 रन से हार मिली।
इस मामले पर पीसीबी के एक अधिकारी ने कहा कि कल कोई मुद्दा नहीं था। तारिक वसीम कराची किंग्स के टीम मैनेजर हैं और इसलिए वह भ्रष्टाचार रोधी इकाई के मुताबिक, पीएमओए में मोबाइल फोन का उपयोग कर सकते हैं। गलतफहमी इसलिए हुई थी, क्योंकि किसी और का नाम टीम मैनेजर के तौर पर लिख दिया गया था। वह शख्स हकिकत में टीम के सहायक मैनेजर हैं। इस पर बाद में सफाई दे दी गई और मीडिया को भी इस बारे में बता दिया गया। पीएसएल-2020 में अब यह मुद्दा नहीं है।