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महिला क्रिकेट टीम के बल्लेबाजी कोच बने शिव सुंदर दास, अभय शर्मा को फील्डिंग कोच नियुक्त

राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम के इंग्लैंड दौरे के लिए सोमवार को भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज शिव सुंदर दास को बल्लेबाजी कोच और दिल्ली के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज अभय शर्मा को क्षेत्ररक्षण कोच नियुक्त किया गया ।

By TaniskEdited By: Published: Tue, 18 May 2021 08:39 AM (IST)Updated: Tue, 18 May 2021 08:39 AM (IST)
महिला क्रिकेट टीम के बल्लेबाजी कोच बने शिव सुंदर दास, अभय शर्मा को फील्डिंग कोच नियुक्त
भारतीय महिला क्रिकेट टीम। ( फाइल फोटो )

मुंबई, प्रेट्र। राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम के इंग्लैंड दौरे के लिए सोमवार को भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज शिव सुंदर दास को बल्लेबाजी कोच और दिल्ली के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज अभय शर्मा को क्षेत्ररक्षण कोच नियुक्त किया गया। नवनियुक्त मुख्य कोच रमेश पोवार की अगुआई में भारतीय महिला टीम का इंग्लैंड दौरा 16 जून से शुरू होगा। टीम इस दौरे पर एकमात्र टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी-20 मैच खेलेगी।

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दास ने 2000-02 के बीच टीम इंडिया के लिए 23 टेस्ट खेले हैं। उनका औसत 35 के करीब है। उन्होंने 1300 से अधिक रन बनाए हैं। इसमें दो शतक और नौ अर्धशतक शामिल हैं। वह राहुल द्रविड़ के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) में बल्लेबाजी कोच रहे हैं और उनका मानना है कि उनके इस अनुभव से बल्लेबाजों की तकनीकी दिक्कतों को दूर करने में मदद मिलेगी। नई जिम्मेदारी मिलने के बाद समाचार एजेंसी पीटीआइ से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं पिछले 4-5 साल से एनसीए का हिस्सा हूं और पिछले कुछ सालों से बल्लेबाजी कोच हूं। मुझे यह मौका देने के लिए मैं राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली को धन्यवाद देना चाहता हूं।'

दास उस भारतीय टीम का हिस्सा थे जिसने 2002 में सौरव गांगुली के नेतृत्व में इंग्लैंड का दौरा किया था और प्रथम श्रेणी मैच में उन्होंने 250 रन बनाए थे। इसे याद करते हुए उन्होंने कहा,'वह उस दौरे पर इंग्लैंड में मेरा सर्वोच्च स्कोर था।' दास का मानना है कि इंग्लैंड में सालों तक लीग क्रिकेट खेलने का उनका अनुभव भी काफी मददगार साबित होगा। महिला टीम लंबे समय के बाद टेस्ट मैच खेलेगी, लेकिन नए बल्लेबाजी कोच को भरोसा है कि मिताली राज और झूलन गोस्वामी जैसी सीनियर खिलाड़ियों को परिस्थितियों के अनुकूल सामंजस्य बैठने में बहुत मुश्किल नहीं होगा। उन्होंने बहुत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेली है और वे इसे आसानी से सामंजस्य बैठा लेंगी और युवा खिलाड़ियों के लिए यह एक अच्छा समय है, क्योंकि यह अक पारी बनाने या बहुत सारे ओवर गेंदबाजी करने की कला सीखने का मौका देता है। एक क्रिकेटर के रूप में विकास के लिए काफी अच्छा है।


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