शिखर धवन ने चोट के बाद की वापसी और ठोक दिया शतक, खेली नाबाद 137 रन की पारी
Shikhar Dhawan ने चोट से वापसी करते ही शतकीय पारी खेल डाली।
नई दिल्ली, जेएनएन। शिखर धवन (Shikhar Dhawan) के लिए ये साल उतार-चढ़ाव से भरा रहा। इस पूरे साल वो चोट से जूझते रहे पर साल के अंत में पूरी तरह से ठीक होकर उन्होंने मैदान पर वापसी की। मैदान में वापसी करते हुए गब्बर ने अपने बल्ले की चमक दिखाई और शतक ठोक डाला। धवन को श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले क्रिकेट सीरीज के लिए टीम इंडिया (Indian cricket team) में जगह दी गई है, लेकिन उससे पहले उन्होंने अपनी घरेलू टीम दिल्ली (Delahi cricket team) के लिए रणजी मुकाबले (Ranji Trophy) में कमाल कर डाला।
शिखर धवन ने बनाए नाबाद 137 रन
धवन (Shikhar Dhawan) श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान पर उतरने से पहले अपने बल्ले की धार को तेज कर लेना चाहते थे और इसमें उन्हें सफलता मिल भी गई। रणजी ट्रॉफी के मुकाबले में हैदराबाद के खिलाफ अपनी घरेलू टीम दिल्ली की कप्तानी कर रहे धवन (Shikhar Dhawan century) के बल्ले से शानदार शतकीय पारी निकली। रणजी टूर्नामेंट के इस मैच में हैदराबाद ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। हैदराबाद का फैसला सही रहा और उन्होंने पहले ही दिन दिल्ली के 6 बल्लेबाजों को आउट कर दिया।
एक तरफ से दिल्ली के बल्लेबाज आउट होते रहे पर दूसरी तरफ शिखर धवन ( Shikhar Dhawan) एक छोर पर डटे रहे और पहले दिन का खेल खत्म होने तक नाबाद 137 रन की पारी खेल डाली। उन्होंने अपनी पारी में 19 चौके व 2 छक्के जड़े। धवन की पारी के दम पर दिल्ली ने हैदराबाद के खिलाफ खेल के पहले दिन 66 ओवर में 6 विकेट पर 269 रन बना डाले। खेल के पहले दिन हैदराबाद (Hyderabad cricket team) की तरफ से मो. सिराज (Mohammed Siraj) ने दो, मेंहदी हसन ने तीन और वी मिलिंद ने एक सफलता अर्जित की।
शिखर का बढ़ा मनोबल
वर्ल्ड कप 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए मुकाबले के दौरान धवन घायल हो गए थे और फिर काफी वक्त तक टीम इंडिया से बाहर चले। उनकी वापसी हुई पर वो ज्यादा रन नहीं बना पाए। इसके बाद उन्हें टीम से ड्रॉप किया गया और उन्होंने घरेलू क्रिकेट की तरफ रुख किया। घरेलू क्रिकेट खेलने के दौरान वो फिर से चोटिल हो गए और लंबे वक्त तक फिर से क्रिकेट से दूर हो गए। उनके घुटने में चोट लगी थी और कुल 27 टांके आए थे। इस दौरान उन्हें कई सीरीज में खेलने का मौका नहीं मिली। अब एक बार फिर से उन्हें टीम में मौका मिला है ऐसे में रणजी में लगाए गए उनकी इस शतकीय पारी से उनका मनोबल बढे़गा और वो रन बनाने एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रन बनाने में कामयाब हो सकते हैं।